वाशिंगटन (अमेरिका) – भारत एवं अमेरिका रणनीतिक साझेदार हैं। दोनों देशों के बीच हर बिंदु पर स्पष्ट रूप से चर्चा हो रही है। जहां तक यूक्रेन का संबंध है, भारत सहित सभी देश स्थायी शांति स्थापित करने के प्रयासों का समर्थन करते हैं। रूस और भारत के बीच अच्छे संबंधों से इस युद्ध को नियंत्रित किया जा सकता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ मॉस्को में हुई भेट के पश्चात अमेरिका ने कहा है कि अमेरिका का मानना है कि भारत के पास रूस से बातचीत कर युद्ध रोकने की क्षमता है। मोदी और पुतिन ने रूस-यूक्रेन युद्ध पर भी चर्चा की। मोदी ने कहा, ”आज युद्ध का समय नहीं है। अमेरिका इस युद्ध में यूक्रेन के साथ खुलकर खड़ा है। इसलिए अमेरिका का दृष्टिकोण महत्वपूर्ण है।
India has the ability to urge Putin to end war in #Ukraine – US.
But the million dollar question is, does the #USA want to end this war?
As long as #Russia is engaged in the war, it is on the brink of crisis, and this benefits the US in many ways.pic.twitter.com/iAaQvtGeIH
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) July 10, 2024
संपादकीय भूमिकाक्या संयुक्त राज्य अमेरिका वास्तव में यूक्रेन-रूस युद्ध विराम चाहता है? यही मुख्य प्रश्न है। यह युद्ध जितना लंबा चलेगा, अमेरिका उतना ही चाहेगा। इससे रूस को कई संकटों का सामना करना पड़ेगा और अमेरिका की अंतिम मंशा यही है कि इससे अमेरिका को लाभ होगा ! |