Ram Popular Name : विश्व के ५७ लाख से अधिक लोगों का नाम ‘राम’, जबकि भारत में प्रत्येक २४५ वें व्यक्ति का नाम ‘राम’ !
इससे प्रभु श्रीराम हिन्दू समाज के अविभाज्य अंग हैं, यही ध्यान में आता है !
इससे प्रभु श्रीराम हिन्दू समाज के अविभाज्य अंग हैं, यही ध्यान में आता है !
‘हमारे राजा श्रीराम का भव्य मंदिर बन रहा है । अब मात्र ८ दिन शेष हैं । बोलिए जय जय श्रीराम !’
मंदिर के माध्यम से रामतत्त्व कार्यरत होगा तथा उसके लिए आध्यात्मिक प्रेरणा मिलेगी । अतएव रामभक्त अब अपनी उपासना की गति बढाएं तथा राष्ट्रोत्थान के कार्य में अभूतपूर्व योगदान देने के लिए संगठित रूप से समर्पित हो जाएं, तो रामराज्य की प्रभात दूर नहीं !
श्रीराम के कार्यकाल में विधवा स्त्रियों का विलाप सुनाई नहीं देता था । किसी भी हिंस्र पशु का किसी को उपद्रव नहीं होता था, साथ ही समस्त जनता स्वस्थ थी । उस काल में चोरी, मारपीट, डाका जैसी घटनाएं नहीं होती थी ।
श्रीरामकी विविध गुण-विशेषताएं क्या हैं ?, रामायणके कुछ नामोंका भावार्थ, रामायणके अनेक प्रसंगोंका भावार्थ ये सब पढने के लिए अवश्य पढिये लघुग्रन्थ ‘श्रीराम’
२२ जनवरी २०२४ के अभिजीत मुहूर्त पर मृगाशीर्ष नक्षत्र में दोपहर १२.२० पर प्रधानमंत्रीजी के हस्तों श्रीरामलला का अभिषेक होगा । उसके उपरांत २७ जनवरी से प्रतिदिन डेढ लाख श्रद्धालुओं के आने की संभावना है । अतः प्रत्येक श्रद्धालु को रामलला के दर्शन करने हेतु केवल १५ से २० सेकंड का समय मिलेगा ।
छोटे बच्चों को भी रामराज्य का सपना देखना सिखाना होगा । उन्हें विद्यालयों में रामराज्य की निर्मिति के संस्कार देने होंगे । इसका आरंभ हम राममंदिर के पुनर्निर्माण से कर सकते हैं । हमें उससे प्रेरणा लेकर रामराज्य की ओर अग्रसर होना आरंभ करना है ।
मंदिर के नीचे श्रीरामतत्त्व कार्यरत था ही; परंतु अनेक वर्ष तक वह (श्रीरामतत्त्व) अवरोधित था । भले ही ऐसा हो; परंतु अभी भी वहां श्रीरामतत्त्व बना हुआ है ।
अयोध्या श्री राम मंदिर के चैतन्यदायी छायाचित्रमय दर्शन
‘प्रभु श्री राम का आगमन अपने घर में होने वाला है’ इस मनोभाव के साथ श्री राम का पूजन , प्रार्थना एवं श्री राम नाम संकीर्तन करें ! – सनातन संस्था का आवाहन !