असम में बजरंग दल के १६ वर्षीय कार्यकर्ता की मुसलमानों द्वारा हत्या !
असम में भाजपा सरकार के होते हुए ऐसी घटनाएं होना हिन्दुओं को अपेक्षित नहीं ! असम इस्लामी देश में नहीं, इसका एहसास धर्मांधों को कराने के लिए सरकार को कठोर कदम उठाना आवश्यक है !
असम में भाजपा सरकार के होते हुए ऐसी घटनाएं होना हिन्दुओं को अपेक्षित नहीं ! असम इस्लामी देश में नहीं, इसका एहसास धर्मांधों को कराने के लिए सरकार को कठोर कदम उठाना आवश्यक है !
इस घटना के विषय में अब निरपेक्षतावादी मुंह नहीं खोलेंगे ! पुलिस कर्मियों पर भी आक्रमण करने में धर्मांध नहीं हिचकिचाते तथा वे सदा अपने पास धातक शस्त्र रखते ही हैं, यह ध्यान में लें !
न्यायालय को ऐसा कहना पडे, यह तामिलनाडू सरकार के लिए लज्जास्पद !
अवसर मिला तो प्रेम के नाम पर फंसा कर, तो कभी धर्मपरिवर्तन के लिए डांट डपट कर हिन्दू युवतियों पर अत्याचार करनेवाले जिहादी मुसलमान !
सरकार को यह क्याें बताना पडता है ? दूरचित्रवाहिनियों को क्याें नहीं समझ में आता ? समाज को विकृत तथा बुरी बातें दर्शा कर समाज की नैतिकता एवं मानसिकता बिगाडनेवाली ऐसी वाहिनियों को दंड देना आवश्यक !
विगत कुछ वर्षों से हिन्दुओं को बेचे जा रहे हलाल मांस से हिन्दू अनभिज्ञ हैं किन्तु क्या हिंदुओं को इस तथ्य का बोध है कि, मांस खिलाए जाने पर तुरंत इसका विरोध करने वाले मुसलमान कितने जागरूक हैं ?
पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार आने के दिन से वहां कानून और सुरक्षा व्यवस्था तार-तार होने से गुंडों की कार्यवाहियां बढी हैं, यही इससे पुन: स्पष्ट हुआ !
उच्चतम न्यायालय ने समान नागरिक संहिता की समीक्षा के लिए उत्तराखंड और गुजरात राज्यों द्वारा गठित समितियों के गठन की अनुमति दे दी है । न्यायालय में एक याचिका द्वारा इन समितियों की स्थापना को चुनौती दी गई थी ।
भारत का बंटवारा धर्म के आधार पर हुआ और पाकिस्तान नाम के इस्लामी देश का निर्माण हुआ । उसने धर्म के आधार पर प्रत्येक काम किए, ध्वज भी धर्म के आधार पर हरा रखा । भारत धर्म के आधार पर हिन्दू राष्ट्र होना अपेक्षित होते हुए भी तत्कालीन कांग्रेसी नेताओं ने इसे धर्मनिरपेक्ष कर भारत के पुरातन भगवा ध्वज को पीछे डालकर तिरंगा चुना । यदि उस समय भारत हिन्दू राष्ट्र हो जाता, तो भगवा ही राष्ट्रध्वज होता !
पुलिस पर आक्रमण करने का साहस करने वाले सभी अफ्रीकियों को देश से बाहर भगा देना चाहिए ! भारत को धर्मशाला समझने के कारण ही ऐसी घटनाएं हो रही हैं, यह सरकारी तंत्र के लिए लज्जास्पद है !