संपूर्ण अफगानिस्तान में अब केवल २० सिख परिवार शेष !
तालिबानी सत्ता आने के उपरांत संपूर्ण अफगानिस्तान में अब सिखों के केवल २० परिवार शेष हैं, सिख समाज के नेताओं ने ऐसी जानकारी दी ।
तालिबानी सत्ता आने के उपरांत संपूर्ण अफगानिस्तान में अब सिखों के केवल २० परिवार शेष हैं, सिख समाज के नेताओं ने ऐसी जानकारी दी ।
काबुल (अफगानिस्तान) – काबुल स्थित कर्ता परवन गुरुद्वारा पर इस्लामिक स्टेट के आतंकियों ने आक्रमण किया । दो अफगान नागरिक मारे गए और तीन तालिबानी घायल हो गए । बताया जाता है कि वे यहां सुरक्षा रक्षक ते । यहां बमबारी हुई थी । कहा जाता है कि इस समय इस गुरुद्वारे में २५ से … Read more
अल्-कायदा नामक जिहादी आतंकवादी संगठन ने गुजरात के द्वारका स्थित द्वारकाधीश मंदिर पर आक्रमण करने की धमकी दी है । इसलिए सुरक्षातंत्र सतर्क हो गया है तथा मंदिर क्षेत्र की सुरक्षा बढा दी गई है । मंदिर की ओर आनेवाले प्रत्येक वाहन की तथा सर्व बस एवं रेलवे स्टेशनों पर भी यात्रियों की गहन जांच की जा रही है ।
“अपनी धार्मिक असहिष्णुता एवं घृणा व्यक्त करने के लिए अपराधी और आतंकवादी सडकों पर उतरते हैं । असहिष्णु लोगों के प्रति सहिष्णु होना बंद करें । हम जीवन को समृद्ध करते हैं, तो वे मृत्यु देकर जीवन समाप्त करने का विचार करते हैं”, डच सांसद गिर्ट विल्डर्स ने कहा । उन्होंने एक बार पुन: नूपुर शर्मा का समर्थन किया ।
‘ऑपरेशन ब्ल्यू स्टार’ के ३८ वर्ष पूर्ण ! अमृतसर (पंजाब) – भारतीय सेना द्वारा वर्ष १९८४ में खालिस्तानी आतंकवादियों के विरुद्ध यहां स्वर्ण मंदिर में ‘ऑपरेशन ब्ल्यू स्टार’ आरंभ किया गया था । उसे ६ जून को ३८ वर्ष पूर्ण हुए । इस अवसर पर ६ जून २०२२ को इस मंदिर के प्रवेशद्वार पर खालिस्तान … Read more
सरकार ने इसमें नया क्या कहा ? यह बात १९९० से पूरा विश्व जानता है । इसपर सरकार क्या करेगी और कैसे हिन्दुओं की रक्षा करेगी? यह बताएं !
यदि तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने हिन्दुओं के वंशविच्छेद के पाकिस्तानी प्रयास को विफल कर दिया होता तो, आज आतंकवादियों का हिन्दुओं को वक्र दृष्टि से देखने का साहस ही नहीं होता ।
वर्ष २०१६-१७ में जिस प्रकार जिहादी आतंकवादी सूची बनाकर पुलिसकर्मियों को मार रहे थे, उसी प्रकार अब उनके द्वारा हिन्दू सरकारी कर्मचारियों की सूची बनाकर उन्हें लक्ष्य करने की संभावना है ।
कश्मीर में जिहादी आतंकवादी हिन्दुओं की जान पर बन आये हैं । इसलिए हिन्दू कर्मचारियों को ‘सुरक्षित’ स्थान पर स्थानांतरित करना, यह ऊपरी ऊपरी उपाय योजना है । वहां के जिहादी आतंकवाद को पूर्ण नष्ट करना ही परिणामकारक उपाय योजना होगी । सरकार ने उस दृष्टि से कदम बढाना हिन्दुओं को अपेक्षित है !
क्या भारत आने से पूर्व, हमारी सरकारी यंत्रणाओं द्वारा उनकी पृष्ठभूमि की जांच नहीं की जाती है ? यदि होती है, तो ऐसे आतंकवादी देश में पहुंचते कैसे हैं ? इस गंभीर सुरक्षा चूक के लिए उत्तरदायी अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई की जानी चाहिए !