इस्लामी देश इंडोनेशिया में ७० सहस्र मस्जिदों के लाउडस्पीकरों की आवाज न्यून !
लोगों की बढती शिकायतों का परिणाम !
इंडोनेशिया मस्जिद परिषद का निर्णय
लोगों की बढती शिकायतों का परिणाम !
इंडोनेशिया मस्जिद परिषद का निर्णय
हिन्दू जनजागृति समिति सहित ३७ हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों का सहभाग !
१३७ स्थानों पर सरकार को निवेदन !
प्रधानमंत्री शेख हसीना को अभियुक्तों को कड़ा से कड़ा दंड दिलाने के लिए तत्काल प्रयास करना चाहिए, तभी इस कार्रवाई का कुछ अर्थ निकलेगा, साथ ही हिन्दुओं को जो हानि हुई है, उन्हें उसकी नुकसान भरपाई दी जाए !
भारत के हिन्दूद्वेषी प्रसार माध्यम और बांग्लादेश के प्रसार माध्यम एक ही माला के मणि हैं, इसे जान लीजिए !
इस निंदा के साथ ही, संपूर्ण विश्व में ऐसी घटनाएं न हों ; इसके लिए हिन्दुओं का प्रभावशाली संगठन खडा करना आवश्यक है । उसके लिए, संपूर्ण विश्व के हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों को प्रधानता लेनी चाहिए !
क्या भारत का एक भी साहित्यकार, लेखक, खिलाडी आदि ; साथ ही, धर्मनिरपेक्षतावादी और आधुनिकतावादी, बांग्लादेश में हिन्दुओं पर किए गए आक्रमण की निंदा करता हुआ दिखाई दे रहा है ? उसकी तुलना में तस्लिमा नसरीन हिन्दुओं को अपनी लगती हैं !
जहां मुसलमान अल्पसंख्यक होते हैं, वहां वे बहुसंख्यकों को परेशान करते हैं और जहां केवल वे ही होते हैं, वहां वे एक दूसरे की ही भिन्न जाति से घृणा करते हैं और उन्हें जान से मारते हैं ! इस कारण ‘इस्लाम ,शांति का धर्म’ ऐसा कहा, तो भी वस्तुस्थिति अलग ही दिखाई देती है !
ईसाई अमेरिका ने बांग्लादेश के हिन्दुओं पर हुए आक्रमणों की निंदा की, भारत कब करेगा ? तथा वह हिन्दुओं की सुरक्षा के लिए कब पहल करेगा ? या फिर अब भी गांधीगिरी का ही अनुकरण करेगा ?
भारत में अल्पसंख्यकों के संबंध में ऐसी चूक भूलवश भी हो गई होती, तो भारत के धर्मनिरपेक्षतावादी, आधुनिकतावादी, धर्मान्ध, हिन्दुद्वेषी भारतीय एवं पश्चिमी प्रसार माध्यम, संपूर्ण संसार, इस्लामी देश एवं उनके संगठन हंगामा करते हुए भारत को ‘तालिबान’ ठहराकर कठोर कार्यवाही की मांग करते !
जमात-ए-इस्लामी द्वारा आक्रमण !