अत्यावश्यक वस्तुओं का संचय करें ! – चीनी सरकार का नागरिकों को आदेश

कारण कोरोना के बढते प्रकरणों का दिया !
किन्तु, चीनी नागरिकों को संदेह है, कि ताइवान के साथ युद्ध होगा !

टीकाकरण में तेजी लाने के लिए स्थानीय धर्मगुरुऒं की सहायता लें ! – प्रधानमंत्री मोदी की जिलाधीशों से अपील

टीकाकरण के लिए ही नहीं, अपितु देश की हर समस्या और योजना के लिए, हिन्दू धर्मगुरुओं की सहायता लेने का यदि सरकार विचार करे, तो इससे अधिक लाभ होगा !

त्रिशूर (केरल) में एक भाजपा कार्यकर्ता की चाकू भोंक कर हत्या

हिन्दुओं को ऐसा ही लगता है कि, संवेदनशील राज्यों, शहरों एवं अन्य स्थानों पर हिन्दुत्वनिष्ठ नेताओं, पदाधिकारियों आदि की रक्षा के लिए केंद्र सरकार द्वारा उन्हें विशेष सुरक्षा प्रदान करने का प्रयास करना चाहिए !

इस्लामी आतंकवादी एक दूसरे के साथ-साथ, निर्दोषों को भी मारते हैं ! – तस्लीमा नसरीन

समस्या केवल यह है, कि ये अमानवीय एवं मूर्ख धर्मांध साधारण निर्दोष लोगों को भी मारते हैं”, ऐसा ट्वीट बांग्लादेशी लेखिका तस्लीमा नसरीन ने अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में एक सैन्य चिकित्सालय के पास हुए आतंकवादी आक्रमण के पश्चात किया ।

पंजाब के मुख्यमंत्री की ओर से बिजली दर कम करने की घोषणा पर काँग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू की फटकार

चुनाव जीतने के लिए प्रत्येक राजनीतिक पार्टी जनता को कुछ न कुछ मुफ्त देने की घोषणा करती हैं; लेकिन यह खर्च इन पार्टियों की जेब से नहीं, तो जनता द्वारा दिए कर से किया जाता है, यह जनता को कब समझ में आएगा ?

‘मुंबई-कर्नाटक प्रदेश’ का नाम बदलकर ‘कित्तूर कर्नाटक प्रदेश’ करेंगे ! – कर्नाटक के भाजपा मुख्यमंत्री की घोषणा

बारबार सीमा विवाद निर्माण होते रहने से पुराना नाम रखने का कोई अर्थ नहीं । इस कारण इस क्षेत्र का नाम बदलने का निर्णय लिया गया है, ऐसी जानकारी कर्नाटक में भाजपा के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने दी ।

लद्दाख सीमा पर स्थित उंची चौकियों पर तैनात चीनी सैनिकों की ऑक्सीजन की कमी के कारण हो रही है मृत्यु !

लद्दाख की गलवान घाटी में पिछले वर्ष भारत और चीन के सैनिकों में हुए संघर्ष के बाद अभी भी वहां तनाव की स्थिति कायम है । वहां दोनों देशों की ओर से बडी संख्या में सैनिक तैनात किए गए हैं ।

धर्मांध को ५ वर्ष की मूक व बधिर बच्ची से बलात्कार के आरोप में आजन्म कारावास का दंड !

यदि ऎसे प्रकरण  में केवल ४ महीने में न्याय मिलना संभव है, तो अन्य प्रकरणों में निर्णय आने में वर्षों क्यों लग जाते हैं? ऐसा प्रश्न लोगों के मन में उपस्थित होता है!