भारत में घुसपैठ किए बांग्लादेशी एवं रोहिंग्या मुसलमानों के हिन्दू नाम से कागजात बनाकर, उन्हें विदेश भेजने वाली टोली बंदी !

इस प्रकार लोगों को विदेश भेजा जा सकता है, इससे स्पष्ट होता है, कि भारत में सरकारी व्यवस्था कितनी दुर्बल एवं भ्रष्ट है ! इसमें दोषियों को मृत्यु दंड ही मिलना चाहिए !

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने साधु-संतों को ‘चिलिमजीवी’ कहकर दुखद उल्लेख किया !

अभी तक उत्तर प्रदेश पुलिस को अखिलेश यादव पर, हिन्दू संतों का अपमान करने का प्रकरण प्रविष्ट कर बंदी बना लेना चाहिए था !

महाराजगंज (उत्तर प्रदेश) में अज्ञात व्यक्तियों द्वारा महिला एवं पुरुष पुजारियों की हत्या !

उत्तर प्रदेश में अब तक कई पुजारी, महंत और साधु मारे गए हैं ; हिन्दुओं को यह अपेक्षित नहीं है । सरकार को इसे गंभीरता से लेने की आवश्यकता है !

संसद में कानून निरस्त होने तक आंदोलन शुरू ही रहेगा  ! – किसान नेता राकेश टिकैत

‘कृषि उपजों के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर सरकार की भूमिका अभी तक स्पष्ट नहीं हुई है । सरकार को न्यूनतम समर्थन मूल्य के अतिरिक्त किसानों के अन्य सूत्रों पर भी चर्चा करनी चाहिए’, ऐसा भी टिकैत ने कहा ।

समान नागरिक कानून आवश्यक है तथा संविधान के अनुच्छेद ४४ के अंतर्गत अपेक्षित कार्यवाही आवश्यक ! – इलाहाबाद उच्च न्यायालय

इसके पूर्व, सर्वोच्च न्यायालय ने अनेक बार तथा विविध उच्च न्यायालयों ने सरकार को विभिन्न याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए, देश में समान नागरिक कानून लागू करने का परामर्श दिया है ; परंतु, यह लज्जाजनक बात है, कि अब तक एक भी दल की सरकार ने समान नागरिक कानून बनाने का प्रयास नहीं किया है ।

सलमान खुर्शीद की पुस्तक पर बंदी नहीं लगाई तो आत्मदाह करेंगे ! – अयोध्या में तपस्वी शिविर के संत परमहंस दास की चेतावनी

संतों को इसके लिए ऐसी मांग और चेतावनी क्यों देनी पडती है ? हिन्दुओं की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए, सरकार को हिन्दू विरोधी पुस्तकों पर स्वयं प्रतिबंध लगाना चाहिए !

११वें से लेकर १६वीं शताब्दीतक १० करोड हिन्दुओं का नरसंहार किया गया ! – इतिहासकर्ता कोनराड एल्स्ट

क्या अबतक के सर्वदलीय शासनकर्ता इसका उत्तर देंगे कि यह इतिहास हिन्दुओं के छिपाया क्यों गया ? यह नरसंहार क्यों और किसने किया ?, यह अब तो हिन्दुओं को बताया जाना चाहिए !

मेरी मृत्यु के उपरांत मेरे पार्थिव शरीर का हिन्दू पद्धति के अनुसार दहन किया जाए ! – वसीम रिजवी, पूर्व अध्यक्ष, शिया वक्फ बोर्ड

शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी ने अपने मृत्युपत्र में कहा है कि ‘मेरी मृत्यु के उपरांत मेरे पार्थिव शरीर को दफनाने के स्थान पर उसका हिन्दू पद्धति से दहन किया जाए ।’ अपने मृत्युपत्र में उन्होंने आगे यह भी लिखा है कि ‘मेरे अंतिमसंस्कार के समय गाजियाबाद के डासना मंदिर के महंत यती नरसिंहानंद के करकमलों से मुखाग्नि दी जाए ।’

आगामी साढे तीन वर्ष में भारत बनेगा ‘हिन्दू राष्ट्र’ !  – शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती

भारत के विभाजन के पश्चात, भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित नहीं करना सरकार एवं राजनीतिक दलों की दिशाहीनता का निदेशक है । आप अभी, स्थापित होने वाले हिन्दू राष्ट्र की समीक्षा कर सकते हैं, उसकी ओर देख सकते हैं अथवा उसमें सहभाग ले सकते हैं ।

राज्य के कानून, समाज कल्याण एवं औद्योगिक विकास मंत्री तथा विधानसभा अध्यक्ष के साथ सदिच्छा भेंट !

विधानसभा अध्यक्ष एवं प्रकांड विद्वान मा. श्री. हृदय नारायण दीक्षित ने बताया कि ‘‘सनातन धर्म ही जीवन का मूल आधार है ।’’ उन्होंने संस्था द्वारा प्रकाशित ग्रंथ विधानसभा के पुस्तकालय में उपलब्ध करवाने का आदेश भी दिया ।