काम पर रहते समय दाढी बढा़ने की मांग करने वाले मुसलमान पुलिस की याचिका उच्च न्यायालय ने नकार दी।

आमतौर पर भारत को धर्मनिरपेक्ष देश कहने वाले, हिन्दुओं का विरोध करने वाले निधर्मी और आधुनिकतावादी ऐसे पुलिस के विरोध में क्यों नहीं बोलते ?

सामूहिक टीकाकरण के कारण तीसरी लहर के प्रभाव का अनुभव नहीं होगा

आई.आई.टी. कानपुर के वरिष्ठ वैज्ञानिक प्रा. मणिंद्र अग्रवाल का दावा ।
उत्तर प्रदेश, बिहार, दिल्ली और मध्य प्रदेश जैसे राज्य अक्टूबर तक कोरोना संक्रमण से मुक्त हो जाएंगे ।

उत्तर प्रदेश के भूतपूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का निधन !

उत्तर प्रदेश के भूतपूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा नेता कल्याण सिंह का २१ अगस्त की रात्रि को यहां एक चिकित्सालय में निधन हो गया । वे ८९ वर्ष के थे ।

बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय में हिन्दू धर्म के विषय के अभ्यासक्रम का प्रारंभ !

बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय की अभिनंदनीय कृति ! इस प्रकार के अभ्यासक्रम देश के अन्य विश्वविद्यालयों द्वारा भी चालू करना आवश्यक । इस प्रकार सच्चे अर्थ में नीतिमान और चरित्रसंपन्न पीढी निर्माण होगी !

(कहते हैं) ‘उत्तर प्रदेश में न केवल मुसलमान, अपितु हिन्दू तालिबानी भी हैं !’ – गीतकार मुनव्वर राणा

क्या हिन्दू आतंकवादी होने का एक भी उदाहरण है, मुनव्वर राणा के पास ? इसके विपरीत, मुसलमान आतंकवादी हैं, इसे प्रमाणित करने की भी आवश्यकता नहीं है !

ज्ञानवापी मस्जिद में दी जाए पूजा की अनुमति ! – दीवानी न्यायालय में ५ महिलाओं ने प्रविष्ट की याचिका

यह गर्व की बात है कि ५ हिन्दू महिलाओं ने ऐसी मांग करने का साहस दिखाया । भारत में जन्में हिन्दुओं को इससे सीख लेनी चाहिए !

(कहते हैं) ‘हिन्दी मुसलमान तालिबान को सलाम करता है !’ – मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड

ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के (मुसलमानों के अखिल भारतीय कानून समिति के) प्रवक्ता मौलाना (इस्लामी अभ्यासक) सज्जाद नोमानी ने तालिबान का समर्थन किया है ।

(कहते हैं) ‘तालिबान के नेतृत्व में अफगानी लोगों को अमेरिका से स्वतंत्रता चाहिए थी ! – समाजवादी पार्टी के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क

बर्क जैसे लोगों को ‘स्वतंत्र’ हुए अफगानिस्तान में किसी ने भेजने की मांग की, तो आश्चर्य नहीं लगना चाहिए !

कोशांबी (उत्तर प्रदेश) में ‘तिरंगा यात्रा’ में बिनामू्ल्य पेट्रोल पाने के लिए भाजपा कार्यकर्ताओं में मारपीट 

भारत में सभी राजनीतिक पार्टियों द्वारा लोगों को कुछ भी मुफ्त में देने की आदत लगाने के कारण यह स्थिति निर्माण हुई है । राजनीतिक पार्टियों ने जनता को साधना सिखाई होती, तो तिरंगा यात्रा के लिए लोग स्वयं आगे आए होते !