लक्ष्मणपुरी (उत्तर प्रदेश) – शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी ने अपने मृत्युपत्र में कहा है कि ‘मेरी मृत्यु के उपरांत मेरे पार्थिव शरीर को दफनाने के स्थान पर उसका हिन्दू पद्धति से दहन किया जाए ।’ अपने मृत्युपत्र में उन्होंने आगे यह भी लिखा है कि ‘मेरे अंतिमसंस्कार के समय गाजियाबाद के डासना मंदिर के महंत यती नरसिंहानंद के करकमलों से मुखाग्नि दी जाए ।’
‘मेरी गर्दन काटने की साजिश… हिंदू रीति से हो अंतिम संस्कार, नरसिंहानंद दें मुखाग्नि’: वसीम रिजवी ने हत्या की जताई आशंका#WasimRizvi https://t.co/R9Ply79XHZ
— ऑपइंडिया (@OpIndia_in) November 15, 2021
वसीम रिजवी ने एक वीडियो प्रसारित कर कहा है कि देश और विश्व में मेरा सिर काटकर मेरी हत्या करने का षड्यंत्र रचा जा रहा है और ऐसा करनेवालों को पुरस्कार देने की भी घोषणा की गई है; क्योंकि मैंने कुरान में विद्यमान २६ आयतों को हटाने की मांग को लेकर सर्वाेच्च न्यायालय में याचिका प्रविष्ट की थी । इन आयतों के माध्यम से मानवता के प्रति विद्वेष फैलाया जा रहा है । मेरा अपराध यह है कि मैने मोहम्मद पैगंबर पर एक पुस्तक लिखी है; उसके कारण धर्मांध मुसलमान मुझे मार डालने के इच्छुक हैं । इसीलिए मैने अपना मृत्युपत्र लिखकर उसे प्रशासन को भेजा है ।