गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश) – “तीन कृषि कानूनों के विरुद्ध हमारा चल रहा आंदोलन तुरंत वापस नहीं लिया जाएगा । हम उस दिन की प्रतीक्षा करेंगे, जब संसद में कृषि कानून निरस्त किए जाएंगे”, ऐसी प्रतिक्रिया ‘भारतीय किसान संघ’ के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने ट्वीट कर व्यक्त की । ‘कृषि उपजों के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर सरकार की भूमिका अभी तक स्पष्ट नहीं हुई है । सरकार को न्यूनतम समर्थन मूल्य के अतिरिक्त किसानों के अन्य सूत्रों पर भी चर्चा करनी चाहिए’, ऐसा भी टिकैत ने कहा ।
And its a WIN, after long 1 year!!
Modi Govt decides to REPEAL ALL 3 FARM LAWS- says PM Modi
Unity & Justice Is On Its Way to Success#VictoryForFarmers #FarmersProtest #KisanMajdoorEktaZindabaad— Rakesh Tikait (राकेश टिकैत) (@tikaitrakesh) November 19, 2021
प्रधानमंत्री मोदी द्वारा कृषि अधिनियम निरस्त करने की घोषणा के पश्चात, देहली के गाजीपुर सीमा पर आंदोलनकारी किसानों ने एक दूसरे को मिठाई खिलाकर आनंद व्यक्त किया ।
Farmers at Ghazipur celebrate with ‘Jalebis’ as PM Modi repeals farm laws https://t.co/TgaoFpTwBX
— Hindustan Times (@HindustanTimes) November 19, 2021
टिकैत ने आगे कहा, “मुझे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बातों पर विश्वास नहीं है । प्रधानमंत्री ने इसके पूर्व प्रत्येक नागरिक के खाते में १५ लाख रुपए देने का भी आश्वासन दिया था ; परंतु, आज तक कितने लोगों को १५ लाख रुपए मिले हैं ? कानून निरस्त करना, यह इस आंदोलन में सम्मिलित आदिवासियों, श्रमिकों एवं महिलाओं का विजय है ।”
The protesting farmers’ groups are slated to meet on Saturday and decide on a further course of action.#FarmersProtest #FarmLawsRepealedhttps://t.co/i27JozNIY6
— IndiaToday (@IndiaToday) November 19, 2021