भारत के विभाजन के लिए कांग्रेस और तत्कालीन नेता ही उत्तरदायी ! – असदुद्दीन ओवैसी

देश का विभाजन मोहम्मद अली जीना के कारण नहीं हुआ । कांग्रेस और तत्कालीन नेता ही विभाजन के लिए उत्तरदायी थे । सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने एक जनसभा में यह दावा करते हुए कहा ।

(कहते हैं) ‘जय श्रीराम’ के नारे लगानेवाले कुछ लोग राक्षस हैं ! – कांग्रेस के वरिष्ठ सेता राशिद अल्वी

तो इस्लाम का नाम लेकर और मोहम्मद पैगंबर के नाम से आतंकी गतिविधियां चलाकर निर्दाेष लोगों का संहार करनेवाले कौन हैं ?, यह भी राशिद अल्वी को बताना चाहिए

मुरादाबाद (उत्तरप्रदेश) की काँग्रेस महिला शहर अध्यक्षा माहिरा खान को गोतस्करी के मामले में ७ वर्ष बाद हिरासत में लिया !

गोहत्या का समर्थन करने वाली काँग्रेस के धर्मांध नेता गोहत्या और गोतस्करी ही करेंगे, इसमें आश्चर्य ही क्या ? ऐसी काँग्रेस को हिन्दुओं ने चुनाव में सबक सिखाने पर भी नहीं जागे हैं, इस कारण उसे राजनीतिक दृष्टि से समाप्त करना ही सही है !

मुजफ्फरनगर (उत्तरप्रदेश) में एक ही परिवार के १५ मुसलमानों की हिन्दू धर्म में ‘घरवापसी !’

जिन हिन्दुओं का छल कपट, बल, लालच दिखाकर धर्म परिवर्तन किया गया है, उसी प्रकार जिन हिन्दुओं ने डर के चलते धर्म परिवर्तन किया है, उन सभी को इस परिवार का आदर्श सामने रखकर घर वापसी करनी चाहिए और सरकार को भी उन्हें संरक्षण देना चाहिए, ऐसा ही हिन्दुओं को लगता है !

गोरखपुर (उत्तरप्रदेश) में पाक का झंडा फहराने के मामले में चार लोगों पर देशद्रोह का गुनाह प्रविष्ट !

विभाजन के बाद पाक और बांगलादेश में रह रहे हिन्दुओं का वंशसंहार किया जा रहा है, तो भारत मे बचे धर्मांधों की संख्या प्रतिदिन बढने के साथ साथ वे देशद्रोही और हिन्दू विरोधी कार्यवाहियां कर रहे हैं, यह भेद धर्मनिरपेक्षतावादी और आधुनिकतावादी कब समझेंगे ?

‘बदायू’ का नाम पहले ‘वेदामऊ’ था ! – योगी आदित्यनाथ

वो वेदों के अध्ययन का स्थान था । ऐसा भी कहा जाता है कि, गंगानदी को पृथ्वी पर लाने वाले महाराज भगीरथ ने यहीं पर तपस्या की थी, ऐसा प्रतिपादन उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया ।

उत्तरप्रदेश शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी की मोहम्मद पैंगंबर के चरित्र पर लिखी पुस्तक का महंत यति नरसिंहानंद के हाथों प्रकाशन

इस्लाम का प्रचार कैसे हुआ और उसका उद्देश्य क्या है, यह पुस्तक से ध्यान में आएगा ! – वसीम रिजवी

रामपुर (वाराणसी) में शव दफनाने के लिए ‘नट’ समुदाय के लोगों के सामने रखी गई इस्लाम को स्वीकार करने की शर्त !

ऐसा होने के लिए, क्या वाराणसी भारत में है अथवा पाकिस्तान में ? उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार को इस घटना की जांच कर दोषियों पर कठोर कार्यवाही करनी चाहिए, यह हिन्दुओं की मांग है ।

उत्तर प्रदेश के धर्मांतरण प्रकरण में बंदी बनाए गए व्यक्तियों का अल कायदा से संबंध !

यह जिहादियों द्वारा, धर्मांतरण के माध्यम से, आतंकवादी गतिविधियों करने के षड्यंत्र को दर्शाता है !

फर्रुखाबाद (उत्तर प्रदेश) के जनपद कारागृह में एक बंदी की मृत्यु के पश्चात, अन्य बंदियों द्वारा की गई हिंसा : ३० पुलिसकर्मी एवं बंदी चोटग्रस्त

कारागृह में बंदियों पर समय पर उपचार नहीं किए जाने की स्थिति में, जांच कर संबंधित लोगों के विरुद्ध कार्यवाही की जानी चाहिए !