जौनपुर (उत्तरप्रदेश) में मोहर्रम के जुलूस में ‘सर तन से जुदा’ के नारे : चार लोगों को बंदी बनाया
पुलिस ने अपराध प्रविष्ट कर मुहम्मद शकील, मुहम्मद अब्दुल, मुहम्मद जीशान और मुहम्मद हारिस इन चारों को बंदी बनाया है ।
पुलिस ने अपराध प्रविष्ट कर मुहम्मद शकील, मुहम्मद अब्दुल, मुहम्मद जीशान और मुहम्मद हारिस इन चारों को बंदी बनाया है ।
ऐसे नराधम के विरोद्ध द्रुत गति न्यायालय में मुकदमा चला कर उन्हे तत्काल फांसी का दंड देने के लिए सरकार को प्रयास करना आवश्यक है !
इस्लामिक देशों में शरीयत कानून के अनुसार ऐसे वासनाधों को कटी (कमर) तक गढ्ढे में गाडकर, उसे पत्थरों से मार डालने का मृत्युदंड दिया जाता है । इसलिए यदि कोई इसप्रकार दंड दिए जाने की मांग करे, तो इसमें आश्चर्य कैसा ?
देश को स्वतंत्र हुए ७५ वर्ष हुए, तो भी राष्ट्रीय त्योहारों का विरोध करने वाले आज भी बडी संख्या में हैं, यह सभी पक्ष के शासनकर्ताओं के लिए लज्जास्पद
राष्ट्रध्वज का अपमान करने के विरोध में बजरंग दल और विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकर्ताओं ने कानपुर पुलिस आयुक्त से भेंट कर उनके पास शिकायत प्रविष्ट की है । इस पर आयुक्त ने आश्वासन दिया है कि, ‘इसकी जांच कर अपराध प्रविष्ट किया जाएगा’ ।
हिन्दुओं की धार्मिक फेरियों के समय धर्मांध हिन्दुओं पर आक्रमण करते हैं एवं अपनी धार्मिक फेरियों के समय भी हिन्दुओं पर आक्रमण करते हैं ! ‘देश में मुसलमान असुरक्षित हैं’, ऐसा कहनेवाले अब कहां हैं ?
यदि बंदीकृत आतंकवादी एम.आई.एम. का सक्रिय सदस्य है, तो सरकार को ऐसे दल पर प्रतिबंध लगाना चाहिए !
इससे ध्यान में आता है कि, अपराधियों को किसी का भी डर नहीं रहा ! यह सरकारी तंत्र के लिए लज्जास्पद !
नेताजी सुभाष चंद्र बोस की पोती राजश्री चौधरी को पुलिस ने नजरबंद किया है । वे श्रावणी सोमवार के उपलक्ष्य में ज्ञानवापी के श्रृंगारगौरी में जाकर जलाभिषेक करने वाली थीं । उन्हें प्रयागराज रेलवे स्टेशन से बंदी बनाया गया ।
अब केवल हिन्दुत्वनिष्ठ अथवा उनके समर्थक ही नहीं, अपितु हिन्दुओं के संत-मंहंतों को भी लक्ष्य किया जा रहा है । हिन्दुओं, हिन्दू संतों का कुछ भला-बुरा होने से पूर्व अब तो एकत्रित आकर ‘हिन्दू राष्ट्र’ स्थापित करें !