तमिलनाडु में रथयात्रा के समय बिजली का करंट लगने से ११ लोगों की मृत्यु, तो १५ लोग घायल

एक धार्मिक रथयात्रा के समय हुई दुर्घटना में ११ लोगों की मृत्यु तथा १५ लोग घायल हो गए । यह घटना भोर में लगभग ३ बजे हुई । दुर्घटना में ७ लोगों की तत्काल मृत्यु हो गई तथा ४ लोगों की उपचार के समय  मृत्यु हो गई ।

‘मै राम को नहीं पहचानती और राज्य में राम का मंदिर भी नहीं !

तमिलनाडु काँग्रेस की महिला सांसद ज्योतिमणि का दावा !

कन्याकुमारी में विद्यालय के बच्चों का धर्मपरिवर्तन करने का प्रयास करने वाला ईसाई शिक्षक निलंबित

द्रमुक के राज्य में यह क्या चल रहा है ? सरकार के हिन्दू विरोधी और ईसाई तुष्टिकरण नीति अपनाने के कारण धर्मांध ईसाइयों की दुष्टता बढी है । यह रोकने के लिए तमिलनाडु में परिणामकारक हिन्दूसंगठन आवश्यक हैं !

चेन्नई में ‘अयोध्या मंडपम’ धार्मिक स्थल का सरकारीकरण !

ध्यान दें, कि ऐसी सरकार कभी भी गिरजाघरों और मस्जिदों का सरकारीकरण करने का साहस नहीं करती !

यदि मंदिर में आने वाले अति महत्त्वपूर्ण व्यक्तियों के आने के कारण भक्तों को कष्ट होता है, तो भगवान उन्हें क्षमा नहीं करेंगे ! – मद्रास उच्च न्यायालय

यह तथ्य न्यायालय को क्यों बताना पड रहा है ? इसे अति महत्त्वपूर्ण व्यक्ति एवं मंदिर प्रशासन स्वयं क्यों नहीं समझते ?

‘ईसाई संस्थाओं ने ही सामाजिक न्याय दिलाया तथा प्रत्येक व्यक्ति को शिक्षा उपलब्ध करवाई !’ – एम अप्पावू, विधानसभा अध्यक्ष, तमिलनाडू

ईसाई संस्थाओं ने ही हिन्दुओं का धर्मांतर कर समाज में फूट डालने का प्रयास किया, साथ ही शिक्षा के नाम पर छात्रों का वैचारिक धर्मांतर किया।

तमिलनाडु में, मंदिर के स्वामित्व वाली भूमि में शव को दफनाने के कट्टर ईसाइयों के प्रयासों को हिन्दू भक्तों ने विफल कर दिया !

तमिलनाडु में हिन्दू विरोधी द्रमुक सरकार के सत्ता में होने के कारण वहां कट्टर ईसाइयों की गतिविधियां बढ गई हैं । वहां हिन्दू धर्म पर हो रहे आक्रमणों को रोकने के लिए, प्रभावी हिन्दू संगठन अत्यावश्यक !

हिन्दुओं के मंदिरो को प्रशासन और सरकार के अधीन रहना चाहिए क्या ? – मद्रास उच्च न्यायालय का मदुराई खंडपीठ को प्रश्न

धर्मनिरपेक्ष कहलाने वाली सरकारों को मंदिरों के समान चर्च और मस्जिदों पर भी नियंत्रण रखना चाहिए !

‘एन.एस.आई.’ के पूर्व समूह संचालक आनंद सुब्रह्मण्यम् को सीबीआई ने हिरासत में लिया

एन.एस.आई. के कामकाज में उनके द्वारा अनावश्यक दखल देने के कारण उनके ऊपर यह कार्यवाही की गई है ।

आरोपी सगाया मैरी के जमानत पर छूटने के बाद द्रमुक (द्रविड प्रगति संघ)) पार्टी के विधायक द्वारा स्वागत

ढोंगी नास्तिकतावादी द्रमुक की ओर से हमेशा हिन्दू द्वेष प्रकट किया जाता है, उसी प्रकार का यह एक मामला है । यह तमिलनाडु के हिन्दुओं को ध्यान में लेना चाहिए !