तमिलनाडु काँग्रेस की महिला सांसद ज्योतिमणि का दावा !
चेन्नई (तमिलनाडु) – तमिलनाडु की काँग्रेस महिला सांसद ज्योतिमणि ने ‘मैं भगवान राम को नहीं पहचानती और राज्य में राम का मंदिर नहीं है’, इस प्रकार का विधान करने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित हुआ है । इस बात से उनके ऊपर टिप्पणी की जा रही है ।
१. ज्योतिमणि इस वीडियो में कह रही हैं, ‘मै तमिलनाडु की हूं । हम स्थानीय लोग हैं और हम अपने पूर्वजों की परंपरा का पालन करते हैं । तमिलनाडु में किसी से भी पूछने पर वे कहेंगे, ‘हमने तमिलनाडु में राममंदिर कहीं भी नहीं देखा है । हम दलित, अन्य पिछडावर्ग, आदिवासी और मूल निवासी हैं । हम अपने पूर्वजों का पूजन करते हैं । ‘मै रामायण, महाभारत पढती हूं; लेकिन पूजा करते समय पूर्वजों की करती हूं ।’
२. ‘इस वीडियो पर अनेकों ने ज्योतिमणि को तमिलनाडु के श्रीराममंदिरों की याद करवाते हुए उनके नाम और स्थान बताए हैं । इनमें त्रिची शहर के नजदीक श्री रंगनाथ स्वामी मंदिर, तिरुवन्नामलाई का आदि श्री रंगम मंदिर, पल्लीकोंडा का श्री रंगनाथ मंदिर, मदुरंतग का एरी कथा राममंदिर, रामेश्वरम के रामनाथ स्वामी मंदिर के नाम बताए हैं ।
संपादकीय भूमिका
तमिलनाडु में ‘श्रीराम यह आर्य होकर बाहर से आए हुए और तमिलनाडु के लोग अर्थात स्थानीय द्रविड लोग’, ऐसा विष कथित सुधारवादियों ने पिछले अनेक वर्षों से वहां की जनता के मन में बोया है । इस कारण ऐसे विधान किए जाते हैं । इनमें से काँग्रेसी हिन्दू विरोधी हैं । इस कारण ज्योतिमणि ऐसे विधान कर रही हैं !