समाज को साधना सिखाने हेतु मंदिर संगठित होकर प्रयास करें ! – पू. नीलेश सिंगबाळजी, धर्म प्रचारक संत, हिन्दू जनजागृति समिति

कोरोना वैश्विक महामारी के साथ ही भारत में आए चक्रवात जैसी समस्याओं के कारण आज संपूर्ण समाज आपातकाल अनुभव कर रहा है । ऐसी कठिन स्थिति का सामना करने के लिए सभी को ईश्वर के प्रति श्रद्धा और भक्ति बढानी चाहिए ।

वेटिकन ने केरल की नन लूसी कलापुरा को निकालने के विरोध में अंतिम आवाहन को नकार दिया !

केरल की कैथोलिक नन लूसी कलापुरा को निकालने के विरोध में किया गया अंतिम आवाहन वेटिकन के ईसाइयों के सर्वोच्च न्यायाधिकरण ने नकार दिया है ।

नाकाबंदी के समय भतीजे को रोकने से क्रोधित होकर बांसवाडा (राजस्थान) में निर्दलीय महिला विधायक ने की पुलिस की पिटाई ।

अपने भतीजे का दुपहिया वाहन रोककर उस पर जुर्माना लगाने पर कुशलगढ़ की निर्दलीय महिला विधायक रमिला खरिया द्वारा महेंद्रनाथ सिंह नाम के पुलिस सिपाही को मारने की घटना सामने आई ।

चेन्नई स्थित ‘जनकल्याण’ हिन्दुत्वनिष्ठ संगठन के नेता श्री. नागराजन् का निधन !

चेन्नई (तमिलनाडू) – यहां के हिन्दू धर्माभिमानी एवं राष्ट्राभिमानी, साथ ही ‘जनकल्याण’ संगठन के चेन्नई जनपद प्रमुख श्री. नागराजन् का १३ जून को निधन हो गया । वे ८० वर्ष के थे ।

रेलयात्रा के समय ‘कोरोना का टीका लिए जाने का प्रमाणपत्र’ दिखाने का नियम बनने की संभावना !

रेल से यात्रा करनेवाले नागरिकों को अब कोरोना से संबंधित ‘आरटी-पीसीआर’ परीक्षण का ब्योरा दिखाने के स्थान पर ‘कोरोना प्रतिबंधात्मक टीका’ लिए जाने का प्रमाणपत्र दिखाना पडेगा, ऐसी संभावना व्यक्त की गई है ।

इस्लामिक स्टेट में सहभागी और आजकल अफगानिस्तान के कारागार में बंद केरल की ४ महिलाओं को भारत वापस नहीं लाएगा !

अफगानिस्तान जाकर जिहादी आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट में सहभागी ४ भारतीय महिलाओं को भारत लौटने की अनुमति नहीं दी जाएगी ।

काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में एलोपैथी के डॉक्टर आयुर्वेद की, तो आयुर्वेद के डॉक्टर लेंगे एलोपैथी की शिक्षा !

काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में एम.बी.बी.एस डॉक्टर अब आयुर्वेद की, तो बी.ए.एम.एस. डॉक्टर एलोपैथी की शिक्षा ले सकेंगे ।

गलवान में संघर्ष के उपरांत गत एक वर्ष में ४३ प्रतिशत भारतीयों ने चीनी वस्तुओंसे मुंह मोड़ा ! – सर्वेक्षण का निष्कर्ष

लद्दाख की सीमा पर स्थित गलवान घाटी में गत वर्ष भारतीय सैनिकों का चीनी सैनिकों के साथ संघर्ष हुआ था , जिससे पूरे देश में चीन के विरोध में आक्रोश फैल गया था ।

यूरोप, अमेरिका और चीन के कारण संसार को जलवायु परिवर्तन के संकट का सामना करना पड रहा है ! – भारत

गत २०० वर्षों में, विशेषतः यूरोप और अमेरिका एवं गत ४० वर्षों में चीन द्वारा किए गए कार्बन उत्सर्जन के कारण जलवायु परिवर्तन के संकट का सामना करना पड रहा है; परंतु इन्हीं २०० वर्षों में जलवायु परिवर्तन संकट में भारत सहभाग केवल ३% है,