तिरुवत्तूर (तमिलनाडु) में एक विवाहित महिला के साथ सामूहिक बलात्कार कर, चित्रीकरण करने के आरोप में सत्तारूढ द्रमुक कार्यकर्ताओं के साथ एक पादरी के विरुद्ध भी अपराध प्रविष्ट !

  • चूंकि, तमिलनाडु में डी.एम.के की सरकार है, इसलिए, इन कार्यकर्ताओं और पादरी के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी । लोकतंत्र के रक्षक होने का दावा करने वाले डी.एम.के. जैसे दल ही लोकतंत्र के असली हत्यारे हैं ! इसलिए, हिन्दू राष्ट्र की स्थापना अनिवार्य है, इस बात का ध्यान रहे ! – संपादक
  • जहां ऐसी घटनाओं के कारण पादरियों का असली स्वरूप लगातार सामने आ रहा है, वहीं भारत के राजनेता और सामाजिक सूचना माध्यम  इस पर चुपचाप हैं, यह ध्यान रहे ! – संपादक
पादरी अरुमनाई स्टीफेन

तिरुवत्तूर (तमिलनाडु) – पुलिस ने यहां वीयन्नूर गांव में रहने वाली एक विवाहित महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म करने और उसका चित्रीकरण करने संबंधी प्रकरण प्रविष्ट किया है । अरूमनई क्रिश्चियन एसोसिएशन (ए.सी.ए.) के सचिव पादरी अरूमनई स्टीफन पर अपराध का आरोप लगाया गया है । सत्तारूढ द्रविड मुनेत्र कळघम (द्रविड प्रगति संघ) के कार्यकर्ता जॉन ब्राइट, हेन्सलिन, जेबराज और अन्य सात लोगों के विरुद्ध भी प्रकरण पंजीकृत किया गया है ।

१. पादरी स्टीफन, जो कन्याकुमारी में एक कार्यक्रम के आयोजक थे, को कैथोलिक पादरी जॉर्ज पोनैया द्वारा हिन्दू देवताओं के विरुद्ध आपत्तिजनक टिप्पणी करने के आरोप में बंदी बनाया गया था । इसके उपरांत, महिला ने बलात्कार का आरोप लगाया था ।

२. विवाहित महिला का आरोप है कि, “मुझे एक फार्म हाउस में ले जाया गया और बेसुध करने वाला एक पेय दिया गया और मेरे साथ सामूहिक बलात्कार किया गया ।” महिला ने अप्रैल में यह आरोप लगाया था, परन्तु  आरोपियों के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं की गई, क्योंकि उनके सत्तारूढ दल डी.एम.के से संबंध हैं । इस अपराध में सम्मिलित जेफरसन ने कार्रवाई के भय से आत्महत्या कर ली है ।