(कहते हैं) ‘हिन्दी मुसलमान तालिबान को सलाम करता है !’ – मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड

ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के (मुसलमानों के अखिल भारतीय कानून समिति के) प्रवक्ता मौलाना (इस्लामी अभ्यासक) सज्जाद नोमानी ने तालिबान का समर्थन किया है ।

शिवशाहिर श्री. बाबासाहब पुरंदरे के सौवें वर्ष में प्रवेश करने के उपलक्ष्य में हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से सम्मान !

आप कभी भी मुझसे मिलने आ सकते हैं, पुन: पुन: आइये ! – बाबासाहब पुरंदरे का समिति के कार्यर्ताओं को निमंत्रण

‘पिंजरे के तोते’ (सी.बी.आई.) को बेडि़यों से मुक्त करें ! – मद्रास उच्च न्यायालय की ओर से केंद्र सरकार को आदेश

मद्रास उच्च न्यायालय ने केंद्रीय जांच विभाग को अर्थात सी.बी.आई. को ‘पिंजरे का तोता’ कहते हुए ‘इस तोते’ को (सी.बी.आई.को) केंद्र सरकार को उसकी बेडि़यों से मुक्त करना चाहिए’, ऐसा आदेश दिया है ।

विश्वस्तरीय हिन्दुत्व का विघटन’, इस विषय पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन !

ऐसे अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों में हिन्दू-विरोधी वक्तव्य दिए जाते हैं । इसे रोकने के लिए, हिन्दुओं को वैधानिक पद्धति से इसका विरोध कर, वैचारिक प्रतिवाद करने की आवश्यकता है !

तमिलनाडु के मंदिरों में पुजारियों की सरकारी नियुक्तियों के विरुद्ध न्यायालय जाएंगे ! – डॉ सुब्रह्मण्यम् स्वामी

डॉ स्वामी के अतिरिक्त अधिकांश हिन्दू जनप्रतिनिधि मंदिरों के लिए कानूनी संघर्ष करते हुए नहीं दिखाई देते । ऐसे निष्क्रिय एवं धर्माभिमान-रहित जनप्रतिनिधियों को चुनना, यह हिन्दुओं के लिए लज्जाजनक !

यदि जासूसी वैधानिक पद्धति से की गई हो, तो इसकी अनुमति देने वाला विभाग शपथ-पत्र प्रविष्ट करें ! – उच्चतम न्यायालय

पेगासस जासूसी का प्रकरण !

सुनंदा पुष्कर हत्याकांड : उनके पति और कांग्रेस नेता शशि थरूर निर्दोष मुक्त !

सुनंदा पुष्कर के पति और कांग्रेस सांसद शशि थरूर को सुनंदा की मृत्यु के प्रकरण में, यहां के एक विशेष न्यायालय ने निर्दोष मुक्त किया है ।

हमारे द्वारा प्रतिशोध लेने पर पाकिस्तान के ४ टुकडे हो जाएंगे ! – डॉ सुब्रह्मण्यम स्वामी

भारत पर आक्रमण करने वाले कोई भी बचे नहीं !

मुसलमानों द्वारा मुसलमानों की हत्या की जाने   पर अधिकतर मुसलमान चुप बैठते हैं; लेकिन अन्य धर्मियों के मारने पर वे चिढते हैं ! बांगलादेशी लेखिका तस्लीमा नसरीन

अफगानी मुसलमानों के लिए मुसलमान नहीं रोएंगे, वे फिलिस्तीन मुसलमानों के लिए रोएंगे, ऐसी टिप्पणी बांगलादेशी लेखिका तस्लीमा नसरीन ने ट्वीट कर मुसलमानों की मानसिकता पर की है ।

(कहते हैं) ‘तालिबान के नेतृत्व में अफगानी लोगों को अमेरिका से स्वतंत्रता चाहिए थी ! – समाजवादी पार्टी के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क

बर्क जैसे लोगों को ‘स्वतंत्र’ हुए अफगानिस्तान में किसी ने भेजने की मांग की, तो आश्चर्य नहीं लगना चाहिए !