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लक्ष्मणपुरी (उत्तर प्रदेश) – पुन: एकबार यह दिनांक (१५ अगस्त के दिन तालिबान ने अफगानिस्तान पर नियंत्रण किया) इतिहास में लिखा जाएगा । एक सशक्त गुट (तालिबान ने) सबसे बडी सेना को मात दी । काबुल के महल में उन्होंने प्रवेश किया । काबुल में उनकी उपस्थिति संपूर्ण विश्व ने देखी । उनमें ना कोई अहं था ,ना घमंड था । उन नवयुवकों ने काबुल की धरती पर पांव रखा । उनका अभिनंदन । आपसे दूर रह रहा हिन्दी मुसलमान आपको सलाम करता है । आपके साहस को सलाम करता है । आप द्वारा किए काम को सलाम करता है, ऐसे शब्दों में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के (मुसलमानों के अखिल भारतीय कानून समिति के) प्रवक्ता मौलाना (इस्लामी अभ्यासक) सज्जाद नोमानी ने तालिबान का समर्थन किया है ।
After #SP MP, #AIMPLB spokesperson hails #Taliban, says 'Indian Muslims salute it'#Afghanistan #AfghanWomen #AfghanistanCrisis #AfghanTaliban #KabulHasFallen https://t.co/6Q9J937jlJ
— DNA (@dna) August 18, 2021
इसके पहले समाजवादी पार्टी के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क ने भी तालिबान का समर्थन करते हुए उनको ‘भारतीय स्वतंत्रता सैनिकों समान लड़ने वाला’ कहा था । इसके बाद बर्क पर देश द्रोह का गुनाह प्रविष्ट किया गया है; लेकिन बर्क ने पलटते हुए दावा किया कि उनके विधान को गलत ढंग से प्रस्तुत किया गया है । ‘तालिबान दूर अफगानिस्तान में है । उनसे मेरा कोई भी संबंध नहीं’, इस प्रकार का स्पष्टीकरण उन्होंने दिया है । (बर्क द्वारा किए विधान की वीडियो उपलब्ध है । उसमें उन्होंने जो विधान किए, वही प्रसारमाध्यमों ने प्रसारित की । अब कार्यवाही के डर से बर्क झूठ बोल रहे हैं । इस कारण उनपर झूठ बोलने का भी गुनाह प्रविष्ट करना चाहिए ! समाजवादी पार्टी को भी बर्क का तालिबान के समर्थन के विषय में स्वयं होकर मत जनता को बताना चाहिए। अन्यथा बर्क के समान समाजवादी पार्टी का भी तालिबान को समर्थन है, ऐसा ही हिन्दुओं को समझना चाहिए ! – संपादक)