फर्रुखाबाद (उत्तरप्रदेश) में श्री बिसारी देवी के मंदिर में बौद्धों की ओर से तोडफोड

भगवा ध्वज निकालकर पंचशील ध्वज फहराया !
मंदिर की हानि भरपाई करने का उपजिलाधिकारी का लिखित आश्वासन

बांगलादेश में पिछले ४० वर्षों में हिन्दुओं की जनसंख्या में ५ प्रतिशत कमी !

पिछले ४ दशकों में इस ओर ध्यान ना देने वाले भारत की सभी पार्टियों के शासनकर्ताओं के लिए यह लज्जास्पद ! अब तो सरकार बांगलादेश के हिन्दुओं के लिए कुछ करेगी क्या ? ऐसा प्रश्न हिन्दुओं के मन में निर्माण होता है !

मंगलूरु के मंदिर में अज्ञात व्यक्तियों द्वारा देवताओं की मूर्तियों की तोडफोड एवं चोरी !

कर्नाटक में भाजपा की सरकार होते हुए, हिन्दुओं के मंदिरों पर ऐसे आक्रमण होने की अपेक्षा नहीं है । हिन्दुओं को ऐसा ही लगता है, कि सरकार को सभी मंदिरों को सुरक्षा प्रदान करनी चाहिए !

शेख हसीना ने वर्ष २०१६ में हिन्दुओं पर आक्रमण करने वालों के संचालक (मास्टरमाइंड) को चुनाव में दी थी उम्मीदवारी ! – बांग्लादेशी लेखिका तस्लीमा नसरीन

इससे हसीना के हिन्दुद्वेषी चेहरे का पता चलता है । उनके शासन में हिन्दुओं की रक्षा होना असंभव ही है । इसे देखते हुए अब भारत को पहल कर कठोर कदम उठाने की आवश्यकता है !

किसानों को आंदोलन करने का अधिकार है ; परंतु, वे रास्तों को रोक नहीं सकते ! – सर्वोच्च न्यायालय ने किसानों को फटकारा 

नागरिकों को ऐसी शिकायत प्रविष्ट करने के लिए न्यायालय क्यों जाना पडता है ? प्रशासन, पुलिस एवं सरकार के यह ध्यान में क्यों नहीं आता ? अथवा वे जानबूझकर इसे अनदेखा कर रहे हैं तथा लोगों को कष्ट सहन करने के लिए बाध्य कर रहे हैं ?

प्रधानमंत्री शेख हसीना धार्मिक हिंसा के विरोध में है, तो उन्होंने ‘लज्जा’ इस कादंबरी पर लगा प्रतिबंध क्यों नहीं हटाया – कादंबरी की लेखिका तस्लिमा नसरीन का प्रश्न

२८ वर्ष पूर्व बांगलादेश की तत्कालीन प्रधानमंत्री खालिदा जिया ने उसपर प्रतिबंध लगाया । यदि अभी की प्रधानमंत्री शेख हसीना धार्मिक हिंसा के विरोध में है, तो उन्होंने पुस्तक पर लगा प्रतिबंध क्यों नहीं हटाया, ऐसा प्रश्न इस कादंबरी की लेखिका तस्लिमा नसरीन ने ट्वीट कर पूछा है ।

हम बांगलादेश से घबरा रहे हैं क्या ? – डॉ. सुब्रह्मण्यम् स्वामी का प्रश्न

बांगलादेश में हिन्दुओं पर हुए आक्रमणों का मामला

बांगलादेश में हिन्दुओं पर धर्मांधों के अत्याचारों की जानकारी देने वाले ‘इस्कॉन’ और ‘बांगलादेश हिन्दू यूनिटी काउन्सिल’ का ट्विटर एकाउन्ट बंद !

ट्विटर की यह दादागीरी नई नहीं है । इसके पहले भी ट्विटर ने हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों और नेताओं के एकाउंट बंद किए थे । ट्विटर की यह दादागीरी नष्ट करने के लिए हिन्दुओं द्वारा समांतर माध्यम निर्माण करने की आवश्यकता हुई है, यही इससे ध्यान में आता है !

जबलपुर (मध्य प्रदेश) में, मुहम्मद पैगंबर का जन्मदिन मनाते समय धर्मांधों ने पुलिस पर किया आक्रमण !

पुलिस पर पथराव !
पुलिस द्वारा हुई लाठीमार एवं आंसू गैस के कनस्तर फोडें !

बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हुए जिहादी आक्रमणों के विरुद्ध, बांग्लादेश तथा भारत के १५ राज्यों में आंदोलन !

हिन्दू जनजागृति समिति सहित ३७ हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों का सहभाग !
१३७ स्थानों पर सरकार को निवेदन !