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बंगलुरू (कर्नाटक) में छत्रपति शिवाजी महाराज के पुतले का अपमान
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कर्नाटक की भाजपा सरकार के मुख्यमंत्री बोम्माई का कष्टप्रद विधान !
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- छत्रपति शिवाजी महाराज के पुतले का अपमान करने का साहस भाजपा के राज्य में होता है, यह हिन्दुओं को अपेक्षित नहीं ! सरकार का धर्मांधों पर और समाज विघातियों पर अंकुश होना चाहिए ! – संपादक
- राज्य की कानून और सुव्यवस्था की स्थिति कितनी बुरी है, यही पुतलों की घटना से दिखता है, इस विषय में मुख्यमंत्री ने दायित्व से बोलना आवश्यक है, ऐसा ही धर्माभिमानी हिन्दुओं को लगता है ! – संपादक
- कानून हाथ में लेना, इसका कभी भी समर्थन नहीं किया जाएगा; लेकिन पुतले के अपमान को ‘छोटी बात’ कहना, यह हिन्दुओं की अस्मिता का अपमान है, ऐसा ही हिन्दुओं को लगता है ! – संपादक
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बेलगांव – कर्नाटक की राजधानी बंगलुरू के सदाशिव नगर मे छत्रपति शिवाजी महाराज का घोडे पर सवार पुतले का अपमान करने की घटना हुई है । इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित हुआ है । इसके बाद यहां धर्माभिमानियों ने रास्ते पर उतरकर निषेध करने का प्रारंभ किया । इस स्थान पर पत्थरबाजी की घटना भी हुई । इस अपमान का प्रतिसाद महाराष्ट्र में उमड रहा है । इस घटना पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्माई ने कष्टप्रद विधान किया है । उन्होंने कहा, ‘‘छत्रपति शिवाजी महाराज के पुतले का अपमान यह छोटी बात है, इस कारण पत्थरबाजी करना और शांति भंग करना गलत है ।’ मुख्यमंत्री बोम्माई यहां पत्रकार परिषद में बोल रहे थे ।