भारत पर कुल १४७ लाख करोड रुपयों का कर्ज !
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नई दिल्ली – वर्ष २०२१ में देश के प्रत्येक नागरिक पर विदेशी कर्ज बढकर ३२ सहस्र रुपये हो गया है । वर्ष २०२१ में भारत पर ४३ लाख ३२ सहस्र करोड रुपयों का विदेशी कर्ज है, तो कुल कर्ज १४७ लाख करोड रुपयों जितना है ।
१. स्वतंत्रता के बाद वर्ष १९५० में भारत ने लगभग ३८० करोड रुपयों का विदेशी कर्ज लिया था । तब से आज तक ७३ वर्षों में अनेक सरकार आई और गई; परंतु प्रत्येक सरकार के कार्यकाल में देश पर विदेशी कर्ज बढता ही गया ।
२. २१ नवंबर ,२०२१ के दिन भारत ने एशियन डेवलप्मेंट बैंक से २ सहस्र ६४५ करोड रुपए कर्ज लिया है । विशेषज्ञों के मतानुसार, सरकार इस वर्ष १२ लाख करोड रुपयों का कर्ज लेने की योजना बना रही है ।
३. कर्ज में लिया यह पैसा ब्याज देने, केंद्रीय योजनाओं में, वित्त आयोग के अनुदान के लिए और अर्थसंकल्पों में अनुदान देने के लिए केंद्र सरकार प्रयोग करती है ।
४. पिछले ७ वर्षों में देश का कर्ज कम होने की बजाय बढा है । वर्ष २०१४ से अब तक केंद्र सरकार ने विदेश से १० लाख करोड रुपयों का कर्ज लिया है ।
५. वर्ष २००६ से २०१३ तक ७ वर्षों में काँग्रेस गठबंधन सरकार ने लगभग २१ लाख करोड रुपयों का विदेशी कर्ज लिया । वर्ष २००६ में देश पर १० लाख करोड रुपयों का विदेशी कर्ज था । जो २०१३ तक ३१ लाख करोड हो गया । अर्थात ७ वर्षों के काल में काँग्रेस गठबंधन सरकार ने २१ लाख करोड रुपयों का कर्ज बढाया । वर्तमान भाजपा सरकार ने पिछले ७ वर्षों में १२ लाख करोड रुपयों से उसमें बढत की है; परंतु एक अच्छी बात यह कि काँग्रेस गठबंधन सरकार की तुलना में ७ वर्षों में कोरोना महामारी के रहते हुए भी विदेशी कर्ज कम प्रमाण में लिया गया ।
६. वर्ष २०१४ में देश की जनसंख्या १२९ करोड थी । ऐसे समय वर्ष २०१४ में प्रत्येक व्यक्ति पर लगभग २६ सहस्र रुपए विदेशी कर्ज था । अर्थात इन ७ वर्षों में प्रत्येक व्यक्ति पर ६ सहस्र रुपयों का कर्ज बढा है ।
७. वर्ष २०२० में भारत पर कुल १४७ लाख करोड रुपयों का कर्ज था । इसमें विदेशी कर्ज ४३ लाख करोड है । अधिकांश देशों पर सकल राष्ट्रीय उत्पादन का ४० से ५० प्रतिशत कर्ज होता है, तो भारत पर यह ८९ प्रतिशत कर्ज है । अमेरिका, जापान, ब्राजील सहित विश्व के ५ देशों पर सकल राष्ट्रीय उत्पादन की तुलना में अधिक कर्ज है । जापान में सकल राष्ट्रीय उत्पादन की तुलना में २५४ प्रतिशत, अमेरिका पर १३३ प्रतिशत, फ्रांस पर ११५ प्रतिशत, ब्रिटेन पर १०४ प्रतिशत, ब्राजील पर ९८ प्रतिशत कर्ज है ।