मैं हिन्दू हूं; चाहूं तो गोमांस खा सकता हूं ! – कांग्रेस नेता सिद्धरामय्या
सिद्धरामय्या ‘गोमांस खा सकता हूं’ इतना ही कहते हैं, इस बात की ओर ध्यान दें ! इसके साथ ही ‘मैं सूअर का मांस खा सकता हूं’ यह बोलने का साहस क्यों नहीं करते ?
सिद्धरामय्या ‘गोमांस खा सकता हूं’ इतना ही कहते हैं, इस बात की ओर ध्यान दें ! इसके साथ ही ‘मैं सूअर का मांस खा सकता हूं’ यह बोलने का साहस क्यों नहीं करते ?
कर्नाटक राज्य में मूसलाधार वर्षा के कारण स्थान-स्थान पर पानी एकत्रित होने से हुई दुर्घटनाओं में ९ लोगों की मृत्यु हो गई और अनेक लोग घायल हो गए ।
ऐसी मांग क्यों करनी पडती है ? सरकार को स्वयं ही कार्रवाई करनी चाहिए !
१ सहस्र मंदिरों से भोंपुओं द्वारा प्रातः ५ बजे हनुमान चालीसा पठन !
क्लेरेन्स हाइस्कूल व्यवस्थापन द्वारा आदेश दिया है कि विद्यार्थियों को पाठशाला में बाइबल लाना अनिवार्य है । पाठशाला के इस निर्णय का हिन्दू संगठनों ने विरोध करना आरंभ किया है ।
इस प्रकार कानून हाथ में लेने की घोषणा करनेवाले पर भाजपा सरकार को कठोर कार्रवाई करनी चाहिए ! ऐसी घोषणाओं के संदर्भ में निधर्मीवादी और आधुनिकतावादी क्यों मौन साध जाते हैं ?
हिन्दू जनजागृति समिति सहित अन्य हिन्दुत्वनिष्ठों ने भी ‘हलाल’ पद्धति के विषय में जनजागरण किया है । तभी यदि सरकार इस प्रकार की व्यापक जांच करती, तो ऐसी बातों पर लगाम लग सकती थी ! सरकार अब तो इसकी जांच कर जनता के सामने सच्चाई लाए, यही हिन्दुओं की अपेक्षा है !
क्या आपने कभी ऐसी परंपरा के बारे में सुना है कि, किसी मस्जिद या चर्च में हिन्दू वेद मंत्र से कार्यक्रम आरंभ किया गया हो ?
आज तक देखा-सुना नहीं होगा, भारत पर ऐसा बडा आघात होगा !