मुहम्मद पैगंबर का अनादर करनेवाले का शिरच्छेद की घोषणा !

हुबली (कर्नाटक) में सामाजिक माध्यमों द्वारा वीडियो प्रसारित

हुबळी (कर्नाटक) – सामाजिक माध्यमों द्वारा हाल ही में एक वीडिओ प्रसारित हुआ है । कहा जाता है, ‘‘यह वीडियो हुबळी से है ।’’ इसमें कांग्रेस के हुबळी जिलाध्यक्ष अल्ताफ हल्लर दिखाई दे रहे हैं । इस वीडियों में टोली द्वारा पुलिस थाने के बाहर ऐसी घोषणा दी जा रही है, ‘‘गुस्ताख-ए-रसूल की एक ही सजा, सर तन से जुदा !’’ अर्थात (मुहम्मद पैगंबर का अनादर करनेवाले को एक ही दंड, वह है शिरच्छेद) । इस टोली का नेतृत्व एक मौलाना करता हुआ दिखाई दे रहा है । उनको रोकने के लिए गई पुलिस को जान से मार देने की धमकी भी दी जा रही है ।

श्रीरामनवमी के दिन सामाजिक माध्यमों पर दी गई पोस्ट के कारण धर्मांधों ने तोडफोड करने के साथ ही पुलिस थाने पर आक्रमण भी किया । इसमें १२ लोग घायल हो गए थे । इस प्रकरण में पुलिस ने २०० लोगों को बंदी बनाया है । कहा जाता है कि यह वीडिओ उस समय का है ।

संपादकीय भूमिका

इस प्रकार कानून हाथ में लेने की घोषणा करनेवाले पर भाजपा सरकार को कठोर कार्रवाई करनी चाहिए ! ऐसी घोषणाओं के संदर्भ में निधर्मीवादी और आधुनिकतावादी क्यों मौन साध जाते हैं ?