आगामी दिसंबर से कर्नाटक में नैतिक मूल्यांतर्गत पाठशालाओं में श्रीमद्भगवद्गीता पढाई जाएगी !
कुरान धार्मिक ग्रंथ है; परंतु गीता धार्मिक ग्रंथ नहीं है ! – कर्नाटक के शिक्षामंत्री
कुरान धार्मिक ग्रंथ है; परंतु गीता धार्मिक ग्रंथ नहीं है ! – कर्नाटक के शिक्षामंत्री
कर्नाटक पुलिस द्वारा इन आतंकवादियों की सहायता करने वाले संपूर्ण तंत्र को खोजकर कठोर कार्यवाही होना आवश्यक !
हिन्दू युवतियों से मित्रता कर उन्हें प्रेम जाल में खींचकर उनसे विवाह करना और इसके उपरांत युवतियों का धर्मपरिवर्तन करने का प्रयास किया जाता है, इसकी सैकडों घटनाएं इस देश में अभी तक हुई हैं और हो रही हैं ।
यहां के स्थानीय विधायक रघुपति भट्ट ने नगरपालिका से जिला न्यायालय के समीप के चौक का नाम ‘वीर सावरकर चौक’ रखने का अनुरोध किया था ।
३१ अगस्त को श्री गणेशोत्सव के पावन अवसर पर कर्नाटक उच्च न्यायालय के आदेश के उपरांत यहां ईदगाह मैदान पर श्री गणेश मूर्ति की स्थापना की गई।
पूरे देश में हिन्दुओं के त्यौहारों के समय ऐसा आदेश क्यों नहीं दिया जाता ?
मूल रूप से ‘क्या इस देश में मदरसों की आवश्यकता है ?’, इस पर चर्चा होनी चाहिए । मदरसों से जो आतंकी गतिविधियां और आपराधिक गतिविधियों की घटनाएं सामने आ रही हैं, उनको देखते हुए इस विषय में सखोल विचार करने की तत्काल आवश्यकता है !
इससे ध्यान में आता है कि मुसलमान आक्रमणकारियों का उल्लेख ‘अत्याचारी’ अथवा ‘गुंडा’ करते समय भी हिन्दुओं को १० बार सोचना पडेगा । ऐसी दहशत फैलाने वालों पर सरकार कब कार्यवाही करेगी !
ऐसा निर्देश न्यायालय को क्यों देना पडता है ? क्या प्रशासन एवं पुलिस यंत्रणा सो रही है ?
ऐसी रथयात्रा द्वारा वीर सावरकर समान लोगों को देश की स्वतंत्रता की खातिर योगदान और बलिदान के लिए जागरुक किया जाएगा । यह रथयात्रा ३० अगस्त तक मैसुरू, मंड्या और चामराजनगर जिलों में जाएगी ।