कर्नाटक में कांग्रेस सरकार के विरुद्ध आवाज उठाने के कारण मुझे राजनीतिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है ! – कर्नाटक के पूर्व मुख्‍यमंत्री एच.डी. कुमारस्‍वामी

कर्नाटक के पूर्व मुख्‍यमंत्री और जनता दल (सेक्‍युलर) के प्रदेश अध्‍यक्ष एच.डी. कुमारस्‍वामी ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस सरकार के विरुद्ध आवाज उठाने के कारण उन्‍हें राजनीतिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है ।

‘कर्नाटक परीक्षा प्राधिकरण’ की ओर से परीक्षा में आते समय हिजाब पहनने पर प्रतिबंध !

मंगलसूत्र एवं बिछियां पहनने को अनुमति !

विजयनगर के प्राचीन विरुपाक्ष मंदिर के खंभे में मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या के कार्यक्रम के समय छेद किया !

पुरातत्व विभाग की ओर से राज्य सरकार को नोटिस !

‘गणपति काल्पनिक देवता’ कहनेवाले पंडिताराध्य शिवाचार्य स्वामी के विरुद्ध परिवाद प्रविष्ट !

समाज को सत्य का ज्ञान देना स्वामीजी से अपेक्षित है । ऐसा होते हुए भी सस्ती लोकप्रियता के लिए और राजनीतिक लाभ से प्रेरित होकर ऐसा वक्तव्य देना, समाज को विघटित करने समान ही है ! ऐसे स्वामी के विरुद्ध अपराध प्रविष्ट कर कठोर कार्यवाही की जानी चाहिए !

१४ नवम्बर को मंदिरों में गौ पूजा करें ! – धर्मादाय विभाग, कर्नाटक

गौ पूजा करने का आदेश देने वाली कर्नाटक की कांग्रेस सरकार गौ हत्या न हो, इस ओर भी उतना ही ध्यान दे !

हासन (कर्नाटक) स्थित हसनंबा मंदिर में मची भगदाड में कुछ लोग घायल

उन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया । दोपहर ढाई बजे के लगभग यह घटना घटित हुई।

विजयपुर (कर्नाटक) में फिलिस्तीन के समर्थन में लगाए गए भित्तिपत्रक (पोस्टर्स) !

एस.डी.पी.आय के जिला अध्यक्ष के विरुद्ध परिवाद प्रविष्ट

पंडिताराध्य शिवाचार्य स्वामी का हिन्दूद्वेषी वक्तव्य, श्री गणपति की स्तुति करना, एक अंधश्रद्धा !

सस्ती लोकप्रियता के लिए ऐसे वक्तव्य तथाकथित स्वामी करते रहते हैं, इसीका यह एक उदाहरण ! ऐसे लोगों पर अपराध प्रविष्ट कर उनपर कठोर कार्यवाही की जानी चाहिए !

कर्नाटक लोकसभा आयोग परीक्षा के समय परीक्षार्थी विवाहित महिलाओं को किया गया मंगलसूत्र निकालने के लिए विवश !

कांग्रेस के राज्य में मुसलमानों को छूट, तो हिन्दुओं के लिए कानून का धाक, ऐसा ही हो रहा है । क्या कांग्रेस को चुननेवालों के हिन्दुओं को यह समझ में आ रहा है ?

ईश्वर पर मेरा विश्वास है; परंतु अंधश्रद्धा पर नहीं ! – कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरामाय्या 

‘ईश्वर पर विश्वास है’, ऐसा कहने मात्र का कोई उपयोग नहीं, यह प्रत्यक्ष में दिखाना भी चाहिए । ईश्वर पर श्रद्धा रखने वाले हिन्दुओं के लिए कार्य भी करना चाहिए, उनकी समस्याएं हल करनी चाहिए और ईश्वर के प्रति श्रद्धा में वृद्धि होने के लिए समाज को साधना सिखाने के लिए व्यवस्था निर्माण करनी चाहिए ।