केरल में ६ दिसंबर को पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के कार्यकर्ताओं ने कॉन्वेंट पाठशाला के छात्रों को, ‘मैं बाबरी हूं’ लिखे हुए बिल्ले (बॅजेस) वितरित किए !

पुलिस ने अपराध प्रविष्ट किया !

यदि हिन्दुओं का मंदिर गिराकर, वहां निर्मित बाबरी ढांचे का हिन्दुओंद्वारा तोडा जाना धर्मांध नहीं भूलेंगे; तो हिन्दू ही यह क्यों भूलें कि, मुसलमान आक्रमकोंने देश में साढे चार लाख मंदिरों को तोडा था ? हिन्दुओं को ध्वस्त मंदिरों की भूमि पुनः प्राप्त करने के लिए संघर्ष करना चाहिए ! यह भूमि हिन्दुओं को पुनः प्राप्त हो ; इसके लिए, केंद्र सरकार को कानून बनाना चाहिए !

पी.एफ.आई. कार्यकर्ताओं ने कान्वेंट स्कूल के छात्रों को बांटे ‘मैं बाबरी’ का बैज

पठानथिट्टा (केरल) – ६ दिसंबर को बाबरी ढांचा गिराने के दिन के अवसर पर, यहां के कट्टंगल में सेंट जॉर्ज पाठशाला में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई), इस जिहादी संगठन के कार्यकर्ताओं ने, ‘मैं बाबरी हूं’ ऐसे लिखे हुए बिल्ले छात्रों को वितरित किए। पुलिस ने इसे संज्ञान में लेते हुए पीएफआई कार्यकर्ताओं के विरोध में प्रकरण प्रविष्ट किया है। सेंट जॉर्ज माध्यमिक पाठशाला के ‘अभिभावक शिक्षक संगठन’ ने भी इसकी शिकायत की है। इसके अतिरिक्त, भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य पी के कृष्णदास ने ‘राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग’ में भी शिकायत प्रविष्ट की है। उन्होंने कहा है कि, “इस पाठशाला के छात्र हिन्दू एवं ईसाई हैं। उनके मध्य द्वेष भावना बढाने का प्रयास किया जा रहा है।”

१. पुलिस ने बताया है कि, “पाठशाला के प्रवेश द्वार पर ये बिल्ले वितरित किए जा रहे थे। इन छात्रों को अपने वेश (युनिफॉर्म) पर ये बिल्ले लगाने के लिए बाध्य किया जा रहा था !” इस प्रकरण में, पीएफआई के राजनीतिक संगठन ‘सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया’ (एसडीपीआई) के मुनीर नजर के विरोध में प्रकरण प्रविष्ट किया गया है। पूछताछ के पश्चात, आवश्यकता के अनुसार उन्हें बंदी भी बनाया जा सकता है।

२. ‘कटंगल पंचायत में एसडीपीआई के समर्थन से माकप का शासन है। इसलिए, पुलिस दोषियों के विरोध में कोई कार्रवाई नहीं कर रही है’, ऐसी शिकायत भाजपाद्वारा की गई है।