हिमाचल प्रदेश में सतत वर्षा के कारण अभी तक ३३० लोगों की मृत्यु
भूस्खलन के कारण ९ सहस्र घरों में दरार
भूस्खलन के कारण ९ सहस्र घरों में दरार
इस बाढ में कुछ घर भी बह गए हैं । इसके साथ ही रास्ते, पुल, बिजली एवं मूलभूत सुविधाओं को भारी क्षति पहुंची है । बाढग्रस्त भाग में बचावकार्य शुरू है ।
राज्य में वर्तमान मौसम की स्थिति ध्यान में रखते हुए पुलिस मुख्यालय ने स्थानीय लोग तथा पर्यटकों की सुरक्षा हेतु सतर्कता की सूचना जारी की है ।
हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, सिक्किम, बंगाल, असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा एवं तमिलनाडु राज्यों में मूसलाधार वर्षा होने की संभावना व्यक्त की जा रही है ।
इस भूकंप का केंद्र बिंदु अफगानिस्तान के हिंदुकुश प्रदेश में भूमि के नीचे लगभग १८१ किलोमीटर गहरा था । यह स्थान जम्मू और कश्मीर के गुलमर्ग जिले से लगभग ४१८ किलोमीटर दूरी पर है ।
चट्टान के नीचे अनेक लोगों के कुचले जाने की संभावना !
देश के अमृत महोत्सव वर्ष में कुछ क्षेत्रों (बस्तियों) में मूलभूत सुविधाओं का अभाव होना,यह सर्वपक्षीय सरकारों के लिए लज्जास्पद !
दक्षिण एवं किनारी ओडिशा के अनेक भागों में मूसलाधार से अति मूसलाधार वर्षा की संभावना है । मछुआरों को २७ जुलाई तक समुद्र में न जाने की सूचना दी गई है ।
भीषण गर्मी के कारण अनेक दशकों का उच्चांक तोडनेवाले यूरोपीयन देश ग्रीस की अवस्था दयनीय हो गई है । यहां के वनों में बडी मात्रा में आग लगी है ।
देश में मौसमी वर्षा का आगमन होकर ५० दिन बीत चुके हैं । देश के उत्तर क्षेत्र में बडी मात्रा में वर्षा हुई है । महाराष्ट्र के कोकण तथा गोवा राज्य में अच्छी वर्षा हुई है ।