वर्ष २०२५ में आनेवाले सौर तूफान के कारण जगभर के इंटरनेट की संपूर्ण यंत्रणा के नष्ट होनेे की संभावना !
इस प्रकार को ‘इंटरनेट एपोकैलिप्स’ संबोधित किया गया है ।
इस प्रकार को ‘इंटरनेट एपोकैलिप्स’ संबोधित किया गया है ।
हरियाणा के हथिनी कुंड बांध से निरंतर पानी छोडे जाने के कारण यमुना नदी में बाढ आ गई है । १३ जुलाई को पानी २०८.६६ मीटर के स्तर पर पहुंच गया । इसके फलस्वरूप सर्वोच्च न्यायालय के बाहर स्थित मार्ग पर जल जमाव हो गया है ।
देहली का नीचला भाग पानी के नीचे जाने के कारण लाल किला के क्षेत्र में भी पानी घुस गया है । इसके साथ अनेक स्थानों कर रास्ते पर ट्रक तथा बस लगभग पूरे डूब गए हैं ।
देश के ७ राज्यों में मूसलाधार वर्षा से बाढग्रस्त समान परिस्थिति उत्पन्न हो गई है । इसमें उत्तराखंड, असम, हिमाचल प्रदेश, गोवा, कर्नाटक, केरल एवं नागालैंड का समावेश है । कर्नाटक में वर्षा के कारण अब तक ४ लोगों की मृत्यु हुई है ।
‘प्रकृति मनुष्य के लिए है और मनुष्य को इसे नोच कर उपभोग करने का अधिकार है’, इस पश्चिमी अवधारणा के कारण ऐसे विनाशकारी जलवायु परिवर्तन हो रहे हैं, तो इसमें आश्चर्य क्या है!
अतिसार के कारण इन लोगों की मृत्यु होने की बात सामने आई है । गर्मी की लहर के कारण देश के कुछ स्थानों का तापमान ५० डिग्री सेल्सियस से आगे गया है ।
समाचार वृत्त संकेतस्थल सीजीटीएन के अनुसार, भूकंप का केंद्र इंडोनेशिया के सुमात्रा द्वीप समूह के समीप समुद्र में २४ किमी गहराई तक था ।
वैश्विक जलवायु, मानव एवं पारिस्थितिक तंत्र पर गंभीर परिणाम होंगे !
वाहन के बाहर गोबर लगाने से अंदर गर्मी नहीं जाती । इस कारण वाहन अंदर से ठंडा रहता है, ऐसा विशेषज्ञों का भी कहना है ।
संयुक्त राष्ट्र के ब्योरे में चौंकाने वाली जानकारी सामने आई | गंगा, ब्रह्मपुत्र तथा सिंधु नदियों का जलस्तर घटेगा !