पेशावर में पाकिस्तानी दर्शकों ने मेरे ऊपर कील फेंकी थी ! – इरफान पठान, पूर्व भारतीय क्रिकेट खिलाडी
भारतीय दर्शकों को गलत बताने वाले पाकिस्तान और भारत में रहने वाले पाकिस्तान प्रेमियों को इस विषय में बोलना चाहिए !
भारतीय दर्शकों को गलत बताने वाले पाकिस्तान और भारत में रहने वाले पाकिस्तान प्रेमियों को इस विषय में बोलना चाहिए !
पाकिस्तानी खिलाडी मैदान में नमाज पढते हैं, वह पाकिस्तानी क्रिकेट बोर्ड को कैसे चलता है ?
‘क्रिकेट का मैदान खेलने के लिए है, नमाज पढने के लिए नहीं’, यह अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट संगठन सभी खिलाडियों को क्यों नहीं बताता ? और इस पर दंड क्यों नहीं देता ?
ध्वनिप्रदूषण करनेवालों पर कार्रवाई होनी ही चाहिए; परंतु उसके नाम पर होनेवाला हिंसाचार अनुचित है ! ऐसों पर कार्रवाई होनी ही चाहिए !
इससे विदित होता है कि भारत को पाकिस्तानी क्रिकेट संघ को देश में प्रवेश की अनुमति नहीं देनी चाहिए थी ! भारत को ऐसे देश का बहिष्कार करना चाहिए, जो खेल में भी शत्रुता दिखाता है ! भारतीय नागरिकों को इसके लिए सरकार पर दबाव डालना चाहिए !
भाग्यनगर शहर मुसलमानबहुल है और आज भी यहां रजाकारों के वंशजों का अस्तित्व है । इसलिए वहां पाकिस्तान का समर्थन किया जा रहा हो, तो आश्चर्य नहीं होना चाहिए ! ऐसी स्थिति भारत के अनेक स्थानों पर अनुभव करने मिलती है !
भारत को अब क्रिकेट जैसे पाश्चात्त्य खेलों को महत्त्व न देकर भारतीय खेलों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए । इसके लिए खिलाडियों को सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने पर भारत भी आगे चलकर प्रत्येक स्पर्धा में अधिकाधिक पदक प्राप्त करते दिखाई देगा, यह निश्चित !
क्रिक्रेट जिहाद करनेवाले पाकिस्तान से क्रिकेट खेलना है अथवा नहीं, भारत कब ऐसा निर्णय लेगा ? भारत को पाकिस्तान के साथ खेलने का विरोध करनेवाले राष्ट्रप्रेमियों की आलोचना करनेवाले अब चुप क्यों हैं ?
चुनाव का आयोजन न करने का परिणाम !
इस रोमांचक क्षण के वीडियो सामाजिक माध्यमों द्वारा बडी मात्रा में प्रसारित हुए हैं ।