सदैव कृतज्ञता भाव में रहनेवालीं और सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजी के प्रति अपार भाव रखनेवालीं जयपुर की पू. (श्रीमती) गीतादेवी खेमका !
पू. खेमका दादी का सब पर अत्यधिक प्रेम है तथा वह उनके आचरण से दिखाई देता है । वे साधक अथवा अपने परिजनों से ही प्रेम नहीं करतीं, अपितु वे सबसे प्रेम करती हैं ।