भारत का तनाव बढ़ेगा
कोलंबो – चीनी जासूसी नौकाओं ने बार-बार श्रीलंका में प्रवेश करने का प्रयास किया ; किंतु श्रीलंका सरकार ने इस पर प्रतिबंध लगा दिया था। अब श्रीलंका सरकार ने इस प्रतिबंध को हटाने का निर्णय किया है। श्रीलंका के इस निर्णय से भारत का तनाव बढ़ना तय है। जापानी मीडिया के अनुसार, श्रीलंका के विदेश मंत्री अली साबरी ने ‘एन.एच.के.’ वर्ल्ड जपान को प्रतिबंध हटाने के निर्णय से अवगत कराया।
Sri Lankan Government to lift ban on Chinese spy ships. — Decision not in favor of India.#SriLanka pretends to be a strategic partner of India, but often succumbs to Chinese pressure.
Considering such alarming situations, India must be ready for war at all times.… pic.twitter.com/GzS1Y2ScxU
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) July 8, 2024
१. भारत सरकार ने हिंद महासागर में चीनी संशोधन जहाजों की बढ़ती हलचल पर चिंता व्यक्त की थी। साथ ही इसके जासूसी जहाज होने का भी संदेह जताया गया था।
२. श्रीलंका से आग्रह किया गया कि वह ऐसी नौकाओं को अपने बंदरगाहों में प्रवेश न करने दे। भारत के अनुरोध के बाद, श्रीलंका ने विदेशी अनुसंधान जहाजों के अपने बंदरगाह में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया।
३. साबरी ने कहा कि वह दूसरों के विवाद में नहीं पड़ना चाहते। अतः श्रीलंका अगले साल से अपने बंदरगाहों पर विदेशी संशोधन जहाजों पर प्रतिबंध नहीं लगाएगा। और विशेष बात यह है कि इससे पहले भी २ चीनी जहाजों को श्रीलंकाई बंदरगाहों में प्रवेश की अनुमति दी गई थी।
संपादकीय भूमिकाश्रीलंका स्वयं को ‘भारत का मित्र’ मानता है; किंतु चीन के दबाव के कारण वह झुक जाता है और भारत विरोधी निर्णय लेता है! इसे ध्यान में रखते हुए भारत को युद्ध के लिए तत्पर रहना चाहिए! |