भारत के चीनी प्रतिष्ठानों का अन्य देशों में हो रहा है पलायन !
वित्तीय (आर्थिक) व्यवहारों की जांच का परिणाम !
वित्तीय (आर्थिक) व्यवहारों की जांच का परिणाम !
आधिकारिक ढंग से चंदे की कितनी भी सीमा तय की गई, तो भी ‘चुनाव में काले पैसे का प्रयोग कैसे होता है’, यह अधिकतर नागरिकों को ज्ञात है तो फिर यह चुनाव आयोग को कैसे नहीं दिखता ?
‘फोर्ब्स’ इस जागतिक आर्थिक संस्था के अनुसार भारत के अब्जाधीश व्यावसायिक गौतम अदानी अब जगत के दूसरे सबसे धनाढ्य व्यक्ति बन गए हैं ।
याचिकाकर्ताओं ने १०३ वां संविधान सुधार संविधान विरोधी बताया । आरक्षण की व्यवस्था आर्थिक स्थिति पर नहीं कर सकते, ऐसा युक्तिवाद उन्होंने किया । इस पर उच्चतम न्यायालय ने कहा, ‘देश की बडी जनसंख्या गरीबी रेखा के नीचे है और गरीबी के कारण उन्हें अच्छी शिक्षा से वंचित रहना पड रहा है ।
प्रसारमाध्यम ऐसे समाचार छिपाते हैं; केवल हिन्दुओं के संतों पर झूठे आरोपों को प्रसिद्धि देने के लिए सदैव तत्पर रहते हैं !
अनेक प्रमाणों से सामने आया है कि देश के अधिकांश मदरसों में बच्चों को देश के विरुद्ध बातें पढाई जाती हैं । तथा अधिकांश मदरसों में पढानेवाले शिक्षक भी राष्ट्रघाती गतिविधियों में व्यस्त हैं । ऐसा होते हुए भी ‘इतनी भारी मात्रा में उनको मिल रही निधि का आगे क्या उपयोग होता है ?’, इसकी भी छानबीन होनी चाहिए !
अमेरिका, चीन, जापान और जर्मनी के उपरांत भारत अब विश्व का ५ वें क्रमांक का बडी अर्थव्यवस्था वाला देश बना है । भारत ने ब्रिटेन को पीछे करते हुए यह स्तर प्राप्त किया है ।
पाक में लगभग ७० प्रतिशत भाग में बाढ के कारण १ सहस्र से अधिक लोगों की मृत्यु हुई है, तो सहस्रों करोड रुपए की हानि । इस कारण पाक में महंगाई में भी अत्यधिक बढोतरी हुई है । पाक के लाहोर शहर में सब्जियों के भाव अत्यधिक बढ गए हैं ।
रशिया की ओर से प्राकृतिक गैस और तेल का आयात जल्द ही बंद होने से युरोपीय देश तेजी से आर्थिक मंदी की दिशा की ओर बढ रहे हैं । ऐसे में अब ‘युरो’, इस युरोपियन युनियन की मुद्रा का मूल्यह्रास होकर यह अमेरिकन डॉलर से भी सस्ता हो गया है ।
नकली नोटों को रोकने के प्रयास करने के पश्चात भी वे भारत की मुद्रा में पाए जाते हैं, यह व्यवस्था के लिए लज्जाजनक है !