११ वर्षों के उपरांत भी दंगों के हानि की भरपाई नहीं की गई  !

जिस सरकार के शासनकाल में यह दंगा हुआ, उस सरकार के समय कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पक्षों के साथ संबंध रखने वालों पर तत्काल कार्रवाई न करने वालों को आजीवन कारावास का दंड  दिया जाना चाहिए !

बंगाल में पुलिस तथा प्रशासन की ओर से चलचित्र प्रेक्षागृह-स्वामियों को चलचित्र न दिखाने की धमकी !

बंगाल में हिन्दू-घृणा तथा कट्टर मुसलमान तुष्टीकरणकर्ता तृणमूल कांग्रेस की तानाशाही ! ऐसे दल को चुनने वाले बंगाल के हिन्दुओं को कट्टरपंथियों से बहुत बडे संकट का सामना करना पडे, तो आश्चर्य नहीं होना चाहिए !

जनवरी से मार्च की कालावधि में मुंबई से ३८३ लडकियां लापता !

क्या मुंबई को सुरक्षित माननेवाले तथा ‘द केरल स्टोरी’  चलचित्र का विरोध करनेवाले इस घटना के संदर्भ में कुछ बोलेंगे ?

पत्रकारवार्ता में लव जिहाद की बलि चढी २६ युवतियों का कराया गया परिचय !

‘द केरल स्टोरी’ की टीम ने यहां के बांद्रा स्थित ‘रंग शारदा’ में पत्रकारवार्ता का आयोजन किया था । इसमें लव जिहाद की बली चढी २६ युवतियों का परिचय कराया गया ।

‘ द केरल स्टोरी’ चित्रपट का दूसरा भाग बनाया जाएगा !

द केरल स्टोरी’ चित्रपट का दूसरा भाग जल्द ही बनाया जाएगा, ऐसी जानकारी चित्रपट के निर्देशक सुदीप्तो सेन ने अप्रत्यक्ष रूप से एक साक्षात्कार में दी ।

‘द केरल स्टोरी’ चलचित्र (फिल्म) के विरोध के पीछे षडयंत्र ! – निर्माता विपुल शहा

हिन्दुओं को ऐसा लगता है कि इस चलचित्र का विरोध करनेवाले जिहादी आतंकवादियों के समर्थक हैं, इसलिए केंद्र सरकार इसका अन्वेषण कर, उनपर कार्यवाही करने का प्रयास करे !

‘द केरला स्टोरी’ का विरोध करना अनुचित ! – अभिनेत्री शबाना आजमी

अभिनेत्री शबाना आजमी ने ट्वीट कर कहा कि अभी-अभी प्रदर्शित हुए चलचित्र ‘द केरला स्टोरी’ का विरोध करना अनुचित है ।

‘द केरल स्टोरी’ चलचित्र ‘इस्लामिक स्टेट’ पर है, इसका विरोध करनेवाले आतंकवादी हैं ! – अभिनेत्री कंगना राणावत

‘द केरल स्टोरी’ चलचित्र इस्लामिक स्टेट के अतिरिक्त किसी को भी बुरा अथवा अनुचित नहीं लगता, देश की सबसे उत्तरदायी संस्था उच्च न्यायालय यदि ऐसा कहती है, तो उसका कहना सही है । इस्लामिक स्टेट आतंकवादी संगठन है ।

पालघर के बालयोगी पू. सदानंद महाराज अपने कार्य के लिए मुख्यमंत्री द्वारा गौरवान्वित !

२७ अप्रैल को एकनाथ शिंदे ने श्रीक्षेत्र तुंगारेश्‍वर के आश्रम में जा कर बालयोगी पू. सदानंद महाराज के दर्शन लिए ।

‘फिल्मफेयर पुरस्कार’ अनैतिक एवं चलचित्र विरोधी ! – विवेक रंजन अग्निहोत्री

अपेक्षित है कि चलचित्र समाज का दर्पण बनकर उसे उचित दिशादर्शन करनेवाले हों । परंतु उनके प्रोत्साहनार्थ दिए जानेवाले पुरस्कारों की अवस्था यदि ऐसी होगी, तो क्या कभी चलचित्र समाजहित साध्य करेंगे ?