बांग्लादेश में धर्मांध युवक द्वारा भारतीय छात्रा को प्रेम जाल में फंसा कर उसका लैंगिक शोषण

भारत सरकार को ऐसी घटनाओं में अपराधियों पर कार्यवाही करने हेतु बांग्लादेश पर दबाव निर्माण कर वहां पढ रहे भारतीय विद्यार्थियों की सुरक्षा का ध्यान रखना चाहिए, भारतीयों को ऐसा ही प्रतीत होता है !

राष्ट्रविरोधी गतिविधियां चलाने वाले मदरसों को गिराया जाएगा !

राष्ट्र के प्रत्येक मुख्यमंत्री से राष्ट्रप्रेमियों की यही अपेक्षा है ! सच कहा जाए तो देश में शिक्षा की व्यवस्था है, तो मदरसों को बंद करना आवश्यक है ! 

असम में अल कायदा के एक और आतंकवादी को बंदी बनाया

आतंकवादियों के अड्डे बने मदरसे उद्ध्वस्त करने वाली असम सरकार का आतंकवाद से ग्रस्त अन्य राज्य सरकारों को भी अनुकरण करना चाहिए, यही राष्ट्राभिमानी जनता की अपेक्षा है !

अलीगढ (उत्तर प्रदेश) में शिवमंदिर की प्रतिमा की तोडफोड करनेवाले मुसलमान युवक को बंदी बनाया गया

ममहम्मद पैगंबर का कथित अनादर करने के कारण धर्मांध अन्य लोगों के सिर काटते हैं, तो हिन्दू उनके धार्मिक स्थलों का अनादर करने के पश्चात भी वैध मार्ग से कार्यवाही करने की मांग करते हैं, इस विषय में पाखंडी निधर्मीवादी अपना मुंह कब खोलेंगे ?

बांग्लादेश में कट्टरपंथियों ने की श्री गणेश मूर्ति की तोडफोड !

पाकिस्तान और बांग्लादेश के हिन्दुओं का कोई अभिभावक नहीं !

रोहिंग्या तथा बांग्लादेशी घुसपैठिये मुसलमानों को ‘पाप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया’ आधार कार्ड बनाकर दे रहा है !

राष्ट्रघाती पाप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया पर केंद्र सरकार कब प्रतिबंध लगाएगी ?, हिन्दुओं की ओर से निरंतर ऐसा प्रश्न उपस्थित किया जा रहा है, सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए !

अलवर (राजस्थान) में चिरंजीलाल की धर्मांध कट्टरपंथी मुसलमानों द्वारा ‘सामूहिक हत्या’ की गई !

नूह (हरियाणा) के ‘पहलू खान’ अथवा दादरी (उत्तर प्रदेश) के ‘अकलाख’ की कथित रूप से हत्या करने का आरोप लगाते हुए, आकाश-पाताल एक करने वाले धर्मनिरपेक्षतावादियों का समूह अब चुप क्यों है ? क्या वे यह कहना चाहते हैं कि ‘चिरंजीलाल हिन्दू हैं और हत्यारे कट्टर मुसलमान हैं’, तो यह हत्या योग्य है’?

हिन्दुओं की हत्याएं रोकने के लिए ‘पीएफआई’ जैसे संगठनों पर प्रतिबंध लगाइए !

‘सर तन से जुदा’ षड्यंत्र की जांच कर इसके अंतर्गत की जानेवाली हत्याओं में संलिप्त ‘पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई)’ जैसे इस्लामी संगठनों पर तत्काल प्रतिबंध लगाया जाए, साथ ही विद्यालयों का इस्लामीकरण करनेवाले प्रशासनिक अधिकारियों और कर्मचारियों का वेतन रोका जाए

पाकिस्तान में ८ वर्ष की हिन्दू लडकी का सामूहिक बलात्कार कर आंखें फोडी

पाकिस्तान ही नहीं, इस्लामी देशों के अल्पसंख्यक हिन्दुओं का ध्यान रखने वाला अन्य भी कोई नहीं ! अंतर्राष्ट्रीय स्तर के मानवाधिकार संगठन भी ऐसे समय गायब हो जाते हैं, यह ध्यान में लें !

असम में एक अव्यस्क हिन्दू लडकी पर सामूहिक बलात्कार कर, उसे बांग्लादेश ले जाने वाले धर्मांध कट्टरपंथियों को बंदी बनाया गया

ऐसे वासनांधों को इस्लामी देशों के शरियत नियमानुसार उनकी कमर तक गड्ढे में गाडकर उन पर पत्थर मारने का दंड देने की किसीं ने मांग की तो आश्चर्य न लगे !