२३ जनवरी को दोपहर तक ३ लाख हिन्दुओं ने किए रामलला के दर्शन !
प्रभु श्रीराम के मंदिर निर्माण का हिन्दुओं का स्वप्न साढ़े पांच सौ वर्षों के पश्चात २२ जनवरी को साकार हुआ । उसके पश्चात २३ जनवरी से मंदिर सब भक्तों के लिए खोल दिया गया है ।
प्रभु श्रीराम के मंदिर निर्माण का हिन्दुओं का स्वप्न साढ़े पांच सौ वर्षों के पश्चात २२ जनवरी को साकार हुआ । उसके पश्चात २३ जनवरी से मंदिर सब भक्तों के लिए खोल दिया गया है ।
चोरों ने भी गोलीबारी करना, यह पुलिस के लिए लज्जाजनक !
श्रीराममंदिर के उद्घाटन का लाईव प्रक्षेपण रोकने पर, सर्वोच्च न्यायालय ने तमिलनाडु द्रमुक सरकार को फटकारा !
अयोध्या से ‘सनातन प्रभात’ का विशेष वृत्तांकन !
१९ जनवरी को शाम ७ बजे से अस्थायी रूप से श्री राम जन्मभूमि पर श्री राम मंदिर में दर्शन की अनुमति नहीं होगी । यह निर्णय प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के प्रादुर्भाव के कारण लिया गया है।
‘मुस्लिमों का लाभ एवं हिन्दुओं के लिए कानून’ इस प्रकार धार्मिक पक्षपाती कानून तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने बनाए थे । केंद्र की मोदी सरकार को ये कानून रद्द करने चाहिए, ऐसी मांग इस समय की गई ।
डॉ. अनिल मिश्र ने १६ जनवरी के प्रायश्चित्त पूजन में सहभाग लिया । अब आगेके ७ दिन वे यजमान रहेंगे ।
सभी शंकराचार्यों को श्रीराम मंदिर में श्रीराम मूर्ति की प्राणप्रतिष्ठा के समारोह में सहभागी होना चाहिए । हमने उन्हें प्राणप्रतिष्ठा समारोह के लिए निमंत्रण भेजा है । मुझे लगता है कि यह अवसर श्रेय का नहीं है । मान-अपमान का नहीं है ।
कारसेवकों का बलिदान कभी भी नहीं भूलेंगे ! – ओम भारती
यदि साहस हो, तो सोनिया गांधी एवं राहुल गांधी मंदिर के स्थान पर आकर यह बात कहें ! – हनुमानगढी के महंत राजू दास का आवाहन