हम सांस्कृतिक, आर्थिक और व्यापारिक स्तरों पर भारत के साथ काम करने के लिए उत्सुक ! – तालिबान

भारत आतंकवादियों से कोई भी संबंध नहीं रखता, ऐसा भारत द्वारा तालिबान को कडे़ शब्दोें में बताना चाहिए !

(कहते हैं) ‘तालिबान को मान्यता न देने पर ९/११ जैसा आक्रमण हो सकता है !’

तालिबान को मान्यता देने पर अथवा ना देने पर आतंकवादी आक्रमण ही होने वाले हैं, यह संपूर्ण विश्व को ज्ञात होने से तालिबान को संपूर्ण नष्ट करना ही इस पर  एक मात्र उपाय है और इसे करना चाहिए !

काबुल हवाई अड्डे पर ५ रॉकेटों के द्वारा आक्रमण !

इस आक्रमण में कुछ वाहनों को हानि पहुंची । अबतक किसी भी आतंकी संगठन ने इस आक्रमण का दायित्व नहीं लिया है ।

मल्लपुरम (तमिलनाडु) में, श्री थलसायाना पेरुमल के प्राचीन मंदिर के सानिध्य में शौचालय बनाने का षड्यंत्र !

तमिलनाडु में मनमानी से मंदिरों के संबंध में निर्णय लेने वाली द्रमुक सरकार का निषेध । तमिलनाडु में हिन्दुओं को इसके विरोध में संगठित होकर संवैधानिक मार्ग से लडना चाहिए !

Exclusive : भारत को एक भी अफगान मुसलमान को ‘शरणार्थी’ के रूप में स्वीकार नहीं करना चाहिए ! – आरिफ अजाकिया, मानवाधिकार कार्यकर्ता, लंदन

अफगानिस्तान में मानवीय संकट के माध्यम से ‘स्थानांतरण जिहाद’ का षड्यंत्र होने की प्रबल संभावना  !

भारत में हिन्दुओं के धर्मांतरण हेतु सक्रिय गिरोह के २ धर्मांध गिरफ्तार !

इन दोनों आरोपियों को धर्मांतरण का कार्य करने हेतु हवाला के माध्यम से ६० करोड रुपए मिले थे, साथ ही उन्होंने ५ राज्यों में १०३ मस्जिदों का भी निर्माण किया है, यह जांच से उजागर हुआ है ।

इस्लामिक स्टेट खुरासान में भारतीय भी अंतर्भूत !

इन आतंकियों द्वारा भारत में उनके समर्थकों को साथ में लेकर यहां आतंकी गतिविधियां चलाने की संभावना को अस्वीकार नहीं किया जा सकता । इसलिए उन्हें जड से उखाड देने हेतु सरकार कठोर कदम उठाए !

‘तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान’ को हमारी बात सुननी चाहिए ! – तालिबान की चेतावनी

तालिबान द्वारा इस प्रकार की चेतावनी देने का यही अर्थ है, कि तालिबान पाकिस्तान की सहायता कर रहा है एवं ‘तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान’ ने पाकिस्तान के विरुद्ध कुछ भी कृत्य नहीं करना चाहिए !

मानसिक रूप से विकलांग महिला के साथ सीकरी (राजस्थान) जिले में पुलिस द्वारा बलात्कार !

खेत खाने वाली बाड जैसी यह कष्टप्रद घटना है ! अगर अपराधियों से सामान्य जनों की रक्षा करने वाली पुलिस ही लोगों पर अत्याचार करती है, तो जनता न्याय किससे मांगे ?