हम सांस्कृतिक, आर्थिक और व्यापारिक स्तरों पर भारत के साथ काम करने के लिए उत्सुक ! – तालिबान

भारत आतंकवादियों से कोई भी संबंध नहीं रखता, ऐसा भारत द्वारा तालिबान को कडे़ शब्दोें में बताना चाहिए ! – संपादक

तालिबान के नेता शेर मोहम्मद अब्बास स्टानेकजाई

काबुल (अफगानिस्तान) –  भारतीय उपमहाद्वीप के लिए भारत बहुत महत्व का देश है । हमें पहले समान भारत के साथ हमारे सांस्कृतिक, आर्थिक और व्यापारिक संबंध चालू रखने हैं । हम भारत के साथ हमारे राजकीय, आर्थिक और व्यापारिक संबंधों को उचित महत्व देते हैं और यह संबंध आगे भी ऐसे ही रहे, ऐसी हमारी इच्छा है । हम इस संदर्भ में भारत के साथ काम करने के लिए उत्सुक हैं, ऐसा विधान तालिबान की ओर से पहलीबार किया गया है । तालिबान के नेता शेर मोहम्मद अब्बास स्टानेकजाई ने यह विधान किया है । अफगान सेना के ‘कैडेट्स’ के लिए (सैनिकों के लिए) हुए प्रशिक्षण के लिए १९८० के दशक में स्टानेकजाई देहरादून ‘इंडियन मिलिटरी अकादमी’ में आया था । वर्ष १९९६ में अफगानिस्तान में तालिबान की सत्ता आने पर वह ध्यान रखनेवाले उप विदेशमंत्री था ।

भारत और पाकिस्तान के सीमा विवाद में हम नहीं पडेंगे !

भारत और पाकिस्तान में पिछले अनेक वर्षों से सीमा विवाद चल रहा है । यह उनका अंतर्गत प्रश्न है । उनके विवाद में अफगानिस्तान नहीं पडे़गा, ऐसा स्टानेकजाई ने स्पष्ट किया । ‘वे अंतर्गत लडाई में अफगानिस्तान का इस्तेमाल नहीं करेंगे । वे उनकी सीमा पर लड़ सकते हैं । हम किसी भी देश को हमारी भूमि का प्रयोग करने नहीं देंगे’, ऐसा भी स्टानेकजाई ने स्पष्ट किया ।