मल्लपुरम (तमिलनाडु) में, श्री थलसायाना पेरुमल के प्राचीन मंदिर के सानिध्य में शौचालय बनाने का षड्यंत्र !

भक्तों का कडा विरोध !

  • हिन्दुओं, समझिए मंदिरों के सरकारीकरण के दुष्परिणाम ! – संपादक

  • तमिलनाडु में मनमानी से मंदिरों के संबंध में निर्णय लेने वाली द्रमुक सरकार का निषेध । तमिलनाडु में हिन्दुओं को इसके विरोध में संगठित होकर संवैधानिक मार्ग से लडना चाहिए ! – संपादक

  • केंद्र सरकार को हिन्दू मंदिरों के सरकारीकरण को रोकने के लिए, राष्ट्रीय स्तर पर कानून बनाने की अति आवश्यकता है ! – संपादक

मल्लपुरम (तमिलनाडु) – तमिलनाडु में द्रमुक सरकार अनेकों मंदिरों को हटाने के अभियान में है । अब राज्य सरकार, तंजावुर जिले के मलप्पुरम के श्री थलसायाना पेरुमल मंदिर के सानिध्य में शौचालय बनाने की योजना बना रही है । इन शौचालयों के कारण मंदिर के समीप का वातावरण अस्वच्छ हो जाएगा और मंदिर की पवित्रता को नष्ट करेगा । श्रद्धालुओं ने शौचालय निर्माण का विरोध किया है, क्योंकि, इससे श्रद्धालुओं की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है । इस स्थान की पंचायत ने, मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए, मंदिर के समीप ६ शौचालय निर्माण करने के लिए ५ लाख रुपये की निविदा आमंत्रित की है । ‘हिन्दू रिलीजियस एंड चेरिटेबल एन्डोव्हमेंट’ (हिंदु धर्मादाय विभाग) ने इन शौचालयों को मंदिर से दूर किसी स्थान पर न बना कर मंदिर के ठीक बगल में निर्माण प्रारंभ कर दिया है । सरकार की इस कृति का विरोध करते हुए स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं ने शौचालय को मंदिर से दूर बनाने की मांग की है ।

१. भक्तों का कहना है, कि मंदिर के ठीक बगल में शौचालय का निर्माण मंदिर परिसर की पवित्रता को नष्ट कर देगा और मंदिर से सटे कुओं के पवित्र जल को भी प्रदूषित करेगा । इस निर्माण के लिए, मंदिर के आसपास के कई वृक्षों को भी काट दिया गया है । इसका भी भक्तों ने विरोध किया है ।

२. स्थानीय लोगों और अन्य हिन्दू भक्तों ने शौचालय निर्माण पर आपत्ति जताते हुए चेंगलपट्टू के जिलाधीश को ज्ञापन दिया है । उन्होंने निवेदन में कहा है कि, “जिलाधीश को व्यक्तिगत रूप से मंदिर परिसर का निरीक्षण करना  चाहिए और अपने मार्गदर्शन में मंदिरों, प्राचीन कुओं और पीने के पानी की टंकियों से दूर शौचालयों का निर्माण करवाना चाहिए ।” हमें अपेक्षा है, कि जिला प्रशासन इस प्राचीन मंदिर की पवित्रता को संरक्षित करने और मंदिर के आसपास की निसर्ग संपदा को संरक्षित करने के लिए तत्काल कार्रवाई करेगी ।”

३. श्री थलसायाना पेरुमल मंदिर मल्लपुरम नगर के केंद्र में स्थित, एक प्राचीन मंदिर है । यहीं पर अर्जुन ने तपस्या की थी । यह मंदिर वैष्णव संप्रदाय के अनुसार वर्णित १०८ दिव्य देशम (पवित्र स्थानों) में से ६३ वां दिव्य देशम है ।

४. वैष्णव संप्रदाय के अनुसार, भगवान विष्णु की भक्ति करने वाले संतों ने इन दिव्य देशम स्थानों का उल्लेख किया है । इन लोगों की उपाधि ‘अझवार’ है । बारह ऐसे ‘अझवारों’ (संतों) ने भगवान विष्णु के १०८ दिव्य देशमों का उल्लेख किया है । इनमें से, मल्लपुरम स्थित श्री थलसायाना पेरुमल मंदिर को अत्यंत पवित्र तीर्थ स्थल माना जाता है । तमिलनाडु ही नहीं, अपितु पूरे भारत से हिन्दू भक्त इस स्थान पर दर्शन के लिए आते हैं ।