London’s Growth Plan : ब्रिटेन के आर्थिक विकास में भारतीयों का बडा योगदान !

महापौर सादिक खान ‘ग्रोथ प्लान’ नाम की महत्त्वाकांक्षी योजना का अनावरण करते हुए

लंदन (ब्रिटेन) – एक समय भारत पर राज्य करने वाला ब्रिटेन आज भारत की आर्थिक शक्ति के समक्ष नतमस्तक होता दिखाई दे रहा है ! ब्रिटेन अब अपनी प्रगति के लिए भारतीय निवेश, प्रतिभा आदि पर निर्भर है । हाल ही में लंदन के महापौर सादिक खान ने ‘ग्रोथ प्लान’ नाम की महत्त्वाकांक्षी योजना का अनावरण किया । इसमें भारत को ‘विदेशी निवेश का सबसे बड़ा स्रोत’ बताया गया है ।

१. इस विकास योजना में लंदन को अगले दशक में अपनी अर्थव्यवस्था को १०७ अरब पौंड तक पहुंचाना है और सार्वजनिक सेवाओं के लिए अतिरिक्त कर के रूप में २७ अरब पौंड जुटाना है । इस लक्ष्य को प्राप्त करने में सबसे बड़ा योगदान भारतीय पूंजी निवेशकों और कुशल उद्यमियों का रहने वाला है ।

२. ‘लंदन एंड पार्टनर्स’ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी लॉरा सिट्रॉन ने कहा कि विदेशियों में प्रत्यक्ष भारतीय निवेश सर्वाधिक गति से यहां बढ़ रहा है । पिछले दो वर्षों से हमारे यहां पूंजी निवेश करने वाला भारत हमारा प्रथम क्रमांक का स्रोत है ।

३. इसका सीधा अर्थ यह हुआ कि भारतीय तकनीकी प्रतिष्ठान अब लंदन में अपना पैर जमा रहे हैं । ये लंदन के आर्थिक पुनरुत्थान में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं । इतना ही नहीं, भारतीय विद्यार्थी तथा पर्यटक भी ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था की गति तेज कर रहे हैं ।

४. वर्ष २०२३-२४ के आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार लंदन में ३८ हजार ६२५ भारतीय विद्यार्थी शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं । यह आंकड़ा एक दशक पहले की तुलना में ४ गुना है ।

५. ‘लंदन हायर एज्युकेशन नेटवर्क’ के अध्यक्ष मार्क हर्टलिन ने कहा कि लंदन में शिक्षा प्राप्त करने वाले अंतरराष्ट्रीय विद्यार्थियों में भारतीय विद्यार्थी अब २० प्रतिशत हैं । वे इस शहर के जीवन का अविभाज्य अंग बन गए हैं और दोनों देशों के मध्य ठोस सेतु भी हैं ।

संपादकीय भूमिका 

भारत पर १५० वर्ष राज्य कर इसे लूटने वाले अंग्रेजों को अब अपने आर्थिक विकास के लिए भारतीयों पर निर्भर रहना पड रहा है ! इसे कहते हैं नियति का न्याय !