पाकिस्तान में सिखों को जान से मारने की धर्मांध मुसलमानों की धमकी !
खालिस्तान की मांग करने वाले इस विषय में मुंह खोलेंगे क्या ? कनाडा से हिन्दुओं को निकालने की धमकी देने वाले खालिस्तानी पाकिस्तान के विरोध में क्यों नहीं बोलते ?
खालिस्तान की मांग करने वाले इस विषय में मुंह खोलेंगे क्या ? कनाडा से हिन्दुओं को निकालने की धमकी देने वाले खालिस्तानी पाकिस्तान के विरोध में क्यों नहीं बोलते ?
पाकिस्तान ने गुप्त रूप से हथियार उपलब्ध कराए थे । युद्ध के समय रूस से लडने के लिए यूक्रेन के सैनिकों ने इसका प्रयोग किया था ।’ इससे रशिया और यूक्रेन युद्ध में पाकिस्तान का अप्रत्यक्ष सहभाग दिखाई देता है ।
संयुक्त अरब अमीरात से उत्तर मांगने की क्या पाक की पात्रता भी है ? जो सत्य है, उसे कोई मान्य कर रहा हो, तो उसमें गलत क्या है ?
वर्ष २०१३ में लाहौर उच्च न्यायालय में याचिका प्रविष्ट की गई थी जिसमें क्रांतिकारी भगतसिंह को वर्ष १९३१ में दी फांसी के दंड के प्रकरण पर पुन: सुनवाई की मांग के साथ ही भगतसिंह को मरणोत्तर राष्ट्रीय पुरस्कार देने की मांग भी की गई थी ।
पूरा संसार जानता है कि कश्मीर भारत का अविभाज्य अंग है । इसलिए पाक के इस सूत्र पर २-३ देश छोडकर कोई भी ध्यान नहीं देता !
‘भारत से युद्ध करने के लिए घास खाने की आवश्यकता हुई तो वह भी करेंगे, किंतु परमाणु बम बनाएंगे,´ ऐसी गर्वोक्ति करने वाले पाकिस्तान के अपने ही नागरिकों पर घास खाने की स्थिति आ गई है !
अंतरिक्ष क्षेत्र की विफलता के लिए उन्होंने पाकिस्तान के वैज्ञानिकों को उत्तरदायी बताया है ।
गिलगिट-बाल्टिस्तान के लोगों को अब पाकिस्तान में निवास नहीं करना है । गत अनेक दिनों से वे सडक पर उतरकर पाकिस्तान सरकार का निषेध व्यक्त कर रहे हैं ।
हम अत्यंत लज्जा अनुभव करते हैं कि हमारे (पाकिस्तान के) परमाणु हथियार से संपन्न होने पर भी भारत ने हमें इस सम्मेलन में आमंत्रित नहीं किया; किंतु बांग्लादेश को आमंत्रित किया है ।
पाकिस्तान ने जो बोया, उसी की फसल है ! आगे यही उसके विनाश का कारण बने, तो आश्चर्य नहीं होना चाहिए !