पाकिस्तान को बलूचिस्तान के स्वतंत्र हो जाने का भय !
इस्लामाबाद – बलूचिस्तान में ‘बलूच राजी अजोई संगर’ (‘बी.आर.ए.एस., बी.आर.एस.’) की बैठक में सभी बलूच समूहों ने पाकिस्तान सरकार एवं सेना के विरुद्ध एक साथ लड़ने का निर्णय लिया है । इस बैठक में भाग लेनेवाले समूहों में बलूच लिबरेशन आर्मी, बलूचिस्तान लिबरेशन फ्रंट, बलूच रिपब्लिकन गार्ड्स, सिंधी लिबरेशन ऑर्गनाइजेशन और सिंधुदेश रिवोल्यूशनरी आर्मी सम्मिलित हैं । इन समूहों ने चीनी परियोजनाओं पर भी आक्रमण किया है ।
१. बलूच समूहों का एक साथ लड़ने का निर्णय पाकिस्तान के लिए बड़ी समस्या उत्पन्न कर सकता है । विद्रोही समूहों ने पहले ही बलूचिस्तान के कई भागों में पाकिस्तानी सेना को घुटने टेकने पर विवश कर दिया है । इस नए निर्णय से पाकिस्तानी सरकार को बलूचिस्तान के अलग होने का भय सता रहा है ।
२. ‘बलोच राजी अजोई संगर’ द्वारा जारी एक वक्तव्य में कहा गया है कि चीन अथवा कोई अन्य शक्ति पाकिस्तानी सरकार के साथ मिलीभगत करके बलूचिस्तान के संसाधनों का दोहन (अनुचित उपयोग) नहीं कर सकती । हम पाकिस्तानी सेना के विरुद्ध और अधिक आक्रामक पद्धति से तथा पूरी शक्ति से युद्ध लडेंगे । सभी समूहों के एकजुट संघर्ष से बलूच की स्वतंत्रता सत्य हो जाएगी ।
३. बलूचिस्तान प्रांत में पाकिस्तान के विरुद्ध क्रुद्ध होना, कोई नई बात नहीं है; परंतु वर्तमान में चीनी परियोजनाओं के कारण इसमें वृद्धि हुई है । बलूच लोगों को लगता है कि चीन उनके संसाधनों को लूट रहा है और पाकिस्तान इसमें उनकी सहायता कर रहा है ।