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( मौलाना का अर्थ है इस्लाम का विद्वान )

इस्लामाबाद (पाकिस्तान) – बलूचिस्तान किसी भी समय पाकिस्तान से स्वतंत्रता की घोषणा कर सकता है । बलूचिस्तान प्रांत के ५ से ७ जिले सामूहिक रूप से स्वतंत्रता की घोषणा कर सकते हैं । वर्ष १९७१ में बांग्लादेश पाकिस्तान से अलग होकर स्वतंत्र हुआ । पाकिस्तानी सांसद मौलाना फजलु रहमान ने पाकिस्तानी संसद में कहा कि अगर मौजूदा शासकों की मानसिकता नहीं बदली तो वही स्थिति फिर से हो सकती है । इस बयान ने न केवल पाकिस्तान में अपितु पूरे एशिया के राजनीतिक हलकों में भी चर्चा छेड दी है ।
रहमान ने आगे कहा कि यदि बलूचिस्तान के ये जिले स्वतंत्रता की घोषणा कर दें तो संयुक्त राष्ट्र तुरंत उनके प्रस्ताव को स्वीकार कर लेगा और पाकिस्तान इन सभी घटनाक्रमों के आगे झुक जाएगा ।
बलूचिस्तान की स्थिति !
बलूचिस्तान क्षेत्र की दृष्टि से पाकिस्तान का सबसे बड़ा प्रांत है, परंतु जनसंख्या की दृष्टि से यह पीछे है । पाकिस्तान की कुल आबादी का केवल २ प्रतिशत यहां रहता है । इस क्षेत्र के कुर्रम क्षेत्र में शिया और सुन्नी दो समुदायों के बीच हिंसा की कई घटनाएं हो चुकी हैं । नवंबर २०२४ से लेकर अब तक यानी पिछले ४ महीनों में इस क्षेत्र में हुई हिंसा में १५० से अधिक नागरिक मारे जा चुके हैं ।