सैफई (उत्तर प्रदेश) में मद्य विक्रेताओं की दुकानों के बाहर ‘वैक्सीन लेने वालों को ही दारू मिलेगी’ ऐसी सूचना !

यहां मदिरा की दुकानों के बाहर ‘वैक्सिनेशन होने का प्रमाणपत्र नहीं होगा, तो दारू नही मिलेगी’, ऐसी सूचना लगाई गई है । अतिरिक्त जिलाधिकारी हेमकुमार सिंह के निर्देशानुसार दुकानों के बाहर ऐसी सूचना लगाई गई है । अलीगड में जहरीली दारू के सेवन के कारण शराबियों की मृत्यु होने पर यह सूचना दी गई है । मई माह के आरंभ में अलीगढ में जहरीली दारू पीकर २५ लोगों की मृत्यु हो गई थी ।

आंध्र प्रदेश सरकार और पुलिस को उच्चतम न्यायालय ने फटकार लगाई !

नई दिल्ली – सरकार पर टिप्पणी करना देश द्रोह नहीं । सरकार पर टिप्पणी देश द्रोह की व्याख्या में नहीं ले सकते हैं ।

दिल्ली में अक्षय तृतीया के अवसर पर‘ऑनलाइन’ प्रवचन का आयोजन

श्रीमती संगीता गुप्ता ने बहुत ही सरल भाषा में अक्षय तृतीया का महत्त्व बताया व जिज्ञासुओं की शंकाओं का समाधान भी किया ।

कोरोना के टीके से भरी सीरिंज फेंकने वाली स्वास्थ्यकर्मी नेहा खान के विरुद्ध अपराध का प्रकरण प्रविष्ट !

यहां के जमालपुर शहर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के कूडेदान में कोरोना वैक्सीन से भरी २९ सीरिंज मिली हैं । इस संदर्भ में पुलिस ने यहां के टीकाकरण विभाग की प्रमुख नेहा खान के विरुद्ध अपराध का प्रकरण प्रविष्ट किया है । साथ ही, इस प्रकरण की जांच के लिए नियुक्त दो सदस्यीय समिति ने अपनी जांच रिपोर्ट भी प्रस्तुत की है ।

हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से ‘ऑनलाइन सोशल मीडिया’ कार्यशाला का आयोजन ।

पूर्व एवं पूर्वोत्तर भारत के झारखंड, बंगाल, मेघालय और असम, इन राज्यों के हिन्दुत्वनिष्ठ लोगों के लिए ‘ऑनलाइन सोशल मीडिया’ कार्यशाला का आयोजन किया गया ।

बाल कामुकता का प्रसार करने वाली वेब श्रृंखला, ‘बॉम्बे बेगम्स’ पर प्रतिबंध लगाएं ! – हिंदू जनजागृति समिति

हिंदू जनजागृति समिति ने मांग की है कि, सरकार इस प्रकरण को गंभीरता से लें तथा वेब शृंखला ‘बॉम्बे बेगम्स’ पर तुरंत प्रतिबंध लगाएं । उसी प्रकार, इस वेब शृंखला, ‘नेटफ्लिक्स’, के निर्माता एवं प्रसारक के भी विरुद्ध ‘किशोर न्याय अधिनियम २०१५’ की धारा ७७ की उपेक्षा करने का प्रकरण प्रविष्ट करें । इसके लिए समिति ने केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर, महाराष्ट्र के गृह मंत्री दिलीप वलसे-पाटिल एवं राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग को ई-मेल के माध्यम से एक निवेदन भेजा है ।

ईश्वर पर श्रद्धा रखने से ही संकटकाल का सामना करने हेतु मनोबल बढेगा ! – पू. नीलेश सिंगबाळ, धर्मप्रचारक संत, हिन्दू जनजागृति समिति

आज पूरा विश्व कोरोना महामारी की चपेट में है । ऐसे समय में स्थिर रहने हेतु आत्मबल की आवश्यकता होती  है । भगवान पर श्रद्धा रखने से हमारा मनोबल बढता है और ईश्वर कठिन प्रसंगों में हमारी सहायता भी करते हैं ।

९ लाख लोगों की जांच के केवल ०.२ प्रतिशत रिपोर्ट पॉजिटिव ! – पुलिस महानिरीक्षक की जानकारी

१ जनवरी से ३० अप्रैल तक कोरोना संदर्भ में कुल ८ लाख ९१ सहस्र आर.टी.पी.सी.आर. की जांचे की गईं थी । इसमें १ सहस्र ९५४ जांचे (०.२ प्रतिशत) पॉजिटिव आईं । कुंभ मेले के लिए १६ सहस्र पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया था । ३० अप्रैल तक इनमें केवल ८८ अर्थात ०.५ प्रतिशत पुलिस कर्मचारियों को कोरोना का संक्रमण हुआ । १ अप्रैल से ३० अप्रैल इस समय में ५५ लाख ५५ सहस्र ८९३ कर्मचारियों के स्वैब लिए थे, इसमें से १७ सहस्र ३३३ पॉजिटिव आए थे । इस कारण हरिद्वार कुंभमेले से देश में कोरोना का संक्रमण बढा, ऐसा नहीं कहा जा सकता, ऐसी जानकरी कुंभमेले की सुरक्षा का दायित्व रखनेवाले पुलिस महानिरीक्षक संजय गुंजयाल ने दी । 

मनुष्य स्वयं को न बचा सकने के कारण अब हमें भगवान की सहायता की आवश्यकता ! – मेघालय के स्वास्थ्य मंत्री अलेक्झांडर हेक का आवाहन

मनुष्य स्वयं को स्वयं नहीं बचा सकता । अब हमें ईश्वर की सहायता की, उसके आशीर्वाद की ही आवश्यकता है, ईश्वर बिना हम कुछ नहीं । पूरे विश्व में इस (कोरोना) बीमारी का सामना करने वालों को केवल पवित्र संरक्षण ही बचा सकता है, ऐसा विधान मेघालय के स्वास्थ्य मंत्री और भाजपा के नेता अलेक्झांडर हेक ने कोरोना के बढते संकट पर किया है । उन्होंने ३० मई के दिन दोपहर १२ बजे सभी को घर पर ईश्वर की प्रार्थना करने का आवाहन किया था । मेघालय सरकार ने उस संदर्भ में परिपत्रक निकाला था । मुख्यमंत्री कॉनरेड संगमा ने इसकी अनुमति दी थी । 

पूरे विश्व में ११० करोड लोग करते हैं धूम्रपान !

पूरे विश्व में ११० करोड लोग धूम्रपान करते हैं । वर्ष १९९० के पश्चात, विश्व भर में धूम्रपान करने वालों की संख्या में १५ करोड लोगों की वृद्धि हुई । विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार यह संख्या १३० करोड से अधिक है । प्रति पांच पुरुषों में से एक की मृत्यु धूम्रपान से संबंधित रोगों के कारण हो जाती है । एक नए अध्ययन में यह बात सामने आई है । शोधकर्ताओं ने २०४ देशों के आंकडों का विश्लेषण करने के उपरांत यह निष्कर्ष निकाला है ।