मिजोरम पुलिस की गोलाबारी में असम के ६ पुलिसकर्मी मारे गए, तो ५० से भी अधिक घायल !

मिजोरम एवं असम का सीमाविवाद का प्रकरण

  • देश को स्वतंत्रता मिलकर ७५ वर्ष पूर्ण होते समय भारत में अभीतक सीमाविवाद चलना और उसमें पुलिसकर्मियों का व्यर्थ ही बलि चढ जाना भारत के लिए लज्जाप्रद ! इसके लिए अबतक के राजकर्ता उत्तरदायी हैं, इसे ध्यान में लीजिए !
  • हिन्दू राष्ट्र में किसी भी समस्या का तत्काल, परिणामकारी और उचित समाधान निकाला जाएगा !

आइजोल – असम एवं मिजोरम के मध्य का सीमाविवाद पुनः एक बार भडक उठा है । इसमें २६ जुलाई की रात में असम के कछार क्षेत्र में गोलाबारी में असम के ६ पुलिसकर्मी मारे गए हैं तथा ५० से भी अधिक घायल हुए हैं । घायलों में असम में कार्यरत पुलिस अधीक्षक वैभव निंबाळकर भी अंतर्भूत हैं ।

हिंसा की इस घटना से असम एवं मिजोरम राज्यों के मुख्यमंत्री सामाजिक माध्यमों से एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं । इन दोनों राज्यों के पुलिसकर्मी दूसरे राज्य में आकर हिंसा फैला रहे हैं, ऐसा दोनों मुख्यमंत्रियों की ओर से विविध वीडियोज ट्वीट कर बताया जा रहा है ।

१. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शहा ने इन दोनों राज्यों के नेताओं से चर्चा की है तथा इस सीमाविवाद का शांतिपूर्वक समाधान निकालने के निर्देश दिए हैं ।

२. दोनों मुख्यमंत्रियों ने इसके संदर्भ में भले ही आश्वासन दिया हो; परंतु उसके उपरांत असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्व सरमा ने ट्वीट किया है कि इस गोलाबारी में असम के पुलिसकर्मियों की मृत्यु होने के उपरांत मिजोरम के पुलिसकर्मियों ने आनंदोत्सव मनाया ।

३. केंद्रीय रिजर्व सुरक्षा बल ने यह स्पष्ट किया है कि उनकी दोनों टुकडियां दोनों राज्य के पुलिसकर्मियों के साथ तटस्थता के कार्यरत हैं; परंतु तब भी ये पुलिसकर्मी एक-दूसरे के विरुद्ध गोलाबारी कर रहे हैं ।

क्या है असम-मिजोरम सीमाविवाद ?

असम-मिजोरम सीमाविवाद ब्रिटिशकाल से चला आ रहा है तथा वह १०० वर्ष पुराना विवाद है । इन दोनों राज्यों की ठोस सीमाएं नहीं हैं, यही मुख्य समस्या है । पिछले कुछ वर्षाें से यह विवाद केवल सीमाविवादतक सीमित न रहकर अब वह हिन्दू-मुसलमान विवाद बन गया है । मिजोरम की जनता का यह आरोप है कि असम के सीमावर्ती क्षेत्र में रहनेवाले लोग प्रमुखता से बांग्लादेशी मुसलमान घुसपैठी हैं । मिजोरम के सीमावर्ती क्षेत्र में रहनेवाले हिन्दू जनता को यह आशंका है कि ये घुसपैठी मिजोरम की भूमि पर अवैधरूप से अतिक्रमण कर रहे हैं ।

असम के कछार, करीमगंग एवं हैलाकांडी जनपद मिजोरम के आइजोल, कोलासिब एवं ममित जनपदों के मध्य १६४ कि.मी. लंबी सीमा है । क्षेत्रीय विवाद के कारण अगस्त २०२० एवं फरवरी २०२१ में भी सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों के मध्य हिंसा भडक गई थी । असम के पुलिसकर्मियों ने कथित रूप से उनकी भूमि पर किए गए अतिक्रमण हटाने के लिए अभियान चलाया था, तब इन दोनों राज्यों के मध्य सीमाविवाद भडक गया था । अब १० जुलाई से यह प्रकरण पुनः भडक उठा है ।