चितगांव (बांग्लादेश) के एक मंदिर में घुसे 5 आतंकवादियों को हिन्दुओं ने पकड़ा
बांग्लादेश में हिंदू मंदिर असुरक्षित !
बांग्लादेश में हिंदू मंदिर असुरक्षित !
पिछले वर्ष मुसलमानों ने हिन्दुओं पर कुरान को पंडाल में रखकर उसका अनादर करने का आरोप लगाया था । उनके द्वारा किए गए दंगों में कई हिन्दू मारे गए और हिन्दुओं की करोडों रुपयों की संपत्ति का नुकसान किया गया था !
यह है इस्लामी देशों में हिन्दुओं की स्थिति ! भारत के अल्पसंख्यक खतरे होने की आवाज उठाने वाले अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन अब चुप क्यों ? भारत सरकार को ऐसे संगठनों से और बांगलादेश सरकार से उत्तर पूछना चाहिए !
बांग्लादेश में हिन्दुओं के मंदिर और देवता असुरक्षित !
बांग्लादेश के कुष्टिया जिले के लाहिनी कर्माकर गांव में कुछ समय पूर्व ही आतंकवादियों ने दुर्गादेवी की मूर्ति की तोडफोड की ।
क्या देश की सुरक्षा को सर्वाेत्तम प्राधान्य देनेवाली शेख हसीना की ओर से भारतीय राजनेता सीखेंगे ?
बांग्लादेश में हिन्दुओं पर नियमित आक्रमण होते रहने से भारत इस विषय में बांग्लादेश से उत्तर मांगते हुए नहीं दिखता । ‘बांग्लादेश के प्रधानमंत्री के भारत दौरे के समय उनसे इस विषय में उत्तर मांगने का साहस भारत दिखाएगा क्या ?’, ऐसा प्रश्न हिन्दुओं के मन में निर्माण हो रहा है !
मुसलमान बहुल देश की एक महिला मुसलमान प्रधानमंत्री को यह प्रतीत होता है, तो भारत के रोहिंग्या प्रेमी मुसलमान तथा निधर्मीवादियों को ऐसा प्रतीत क्यों नहीं होता ?
भारत सरकार को ऐसी घटनाओं में अपराधियों पर कार्यवाही करने हेतु बांग्लादेश पर दबाव निर्माण कर वहां पढ रहे भारतीय विद्यार्थियों की सुरक्षा का ध्यान रखना चाहिए, भारतीयों को ऐसा ही प्रतीत होता है !
पाकिस्तान और बांग्लादेश के हिन्दुओं का कोई अभिभावक नहीं !