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ढाका (बांग्लादेश) – बांग्लादेश में ‘इस्कॉन’ के सदस्य चिन्मय कृष्ण दास प्रभु को देशद्रोह के आरोप में बंदी बनाए जाने के बाद ढाका, चिटगांव, दिनाजपुर आदि स्थानों पर हिंदुओं द्वारा आंदोलन किया जा रहा है। ढाका के शाहबाग क्षेत्र में प्रदर्शन कर रहे हिंदुओं पर कट्टरपंथी मुसलमानों ने आक्रमण कर दिया। इस आक्रमण में ५० से अधिक हिंदू घायल हो गए, जिन्हें उपचार के लिए चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। यह घटना शाहबाग पुलिस थाने से मात्र ३० मीटर की दूरी पर हुई। पुलिस एवं प्रशासन ने मूकदर्शक की भूमिका निभाई और कट्टरपंथियों के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं की। इससे यह स्पष्ट हुआ कि बांग्लादेश की पुलिस कट्टरपंथी मुसलमानों के आक्रमणों का समर्थन कर रही है।
🚨🕉️ India Demands Protection for Hindus in Bangladesh; Expresses Concern as #ISKCON Bangladesh Monk Chinmoy Krishna Das denied bail! 🕉️🚨
India, as a nuclear-armed nation and a key player in Bangladesh’s creation, should not just request but demand that Bangladesh takes… pic.twitter.com/zvz9mziYog
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) November 26, 2024
१. ‘बांग्लादेश नेशनल पार्टी’ एवं ‘जमात-ए-इस्लामी’ के कट्टरपंथी मुसलमान कार्यकर्ताओं ने हिंदुओं पर आक्रमण किया। चिटगांव में २५ नवंबर की देर रात हजारों हिंदुओं ने ‘जय सिया राम’ और ‘हर हर महादेव’ के जयघोष के साथ ‘मौलवी बाजार’ में मशाल रैली निकाली। हिंदुओं द्वारा प्रत्येक जिले में ‘शांति सभाओं’ का आयोजन किया गया था। इन शांति सभाओं पर भी कट्टरपंथियों ने आक्रमण किया।
२. चिटगांव विश्वविद्यालय के प्रोफेसर कुशल बरन पर आक्रमण किया गया। इस आक्रमण में वे गंभीर रूप से घायल हो गए और उन्हें चिकित्सालय में भर्ती कराया गया।
३. बांग्लादेश में सत्ता संघर्ष के समय ६ अगस्त को खुलना जिले के इस्कॉन मंदिर को निशाना बनाया गया था। इस आक्रमण में भगवान जगन्नाथ की मूर्ति जला दी गई। इस आक्रमण के बाद चिन्मय दास ने चिटगांव के अन्य ३ मंदिरों को भी संकट में बताया था। उन्होंने हिंदू समाज को एकजुट करके इन मंदिरों की सुरक्षा के लिए काम किया। दास ने कहा था कि हिंसा से बचने के लिए हिंदू त्रिपुरा और बंगाल में शरण ले रहे हैं।
४. बांग्लादेश में इस्कॉन के ७७ मंदिर हैं। बांग्लादेश के लगभग हर जिले में इस्कॉन के मंदिर हैं और इनसे करीब ५0,000 से अधिक लोग जुड़े हुए हैं।
चिन्मय प्रभु के जमानत की अर्जी न्यायालय ने अस्वीकार की !
चिन्मय प्रभु को देशद्रोह के आरोप में बंदी बनाया गया है । न्यायालय ने उनके जमानत की अर्जी अस्वीकार की है । बांग्लादेश पुलिस ने चिन्मय प्रभु की पुलिस अभिरक्षा नहीं मांगी थी; इसलिए न्यायालय ने उन्हें न्यायालयीन अभिरक्षा (कस्टडी) में कारागार भेज दिया । न्यायालय ने कहा है कि कारागार में उन्हें सभी धार्मिक सुविधाएं दी जाएंगी ।
विदेशमंत्री जयशंकर इस प्रकरण में कदम तुरंत उठाएं ! – केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार
चिन्मय प्रभु को बंदी बनाए जाने के बाद भारत के केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया है कि चिन्मय प्रभु को अन्यायपूर्ण ढंग से बंदी बनाया गया है । मैं इस कृति की निंदा करता हूं ।
Chinmoy Prabhu, also known as Sri Chinmay Krishna Das Prabhu, a Sanatani Hindu leader of Bangladesh, a monk of the ISKCON temple, and the voice of Hindu minorities in Bangladesh, has been arrested by Dhaka police for holding a peaceful protest on Monday. As per some media… pic.twitter.com/E9ydxTAQ3M
— Dr. Sukanta Majumdar (@DrSukantaBJP) November 25, 2024
वे बांग्लादेश के सनातनी हिन्दू समुदाय के अधिकारों के लिए अथक प्रयत्न कर रहे थे । मेरी अपने विदेश मंत्री डॉ. जयशंकर से विनती है कि वे इस प्रकरण को गंभीरता से लेकर तत्काल कदम उठाएं ।
भारत सरकार को बांग्लादेश सरकार से तत्काल बात करनी चाहिए ! – इस्कॉन की विनती
चिन्मय प्रभु को बंदी बनाए जाने के बाद ‘इस्कॉन’ ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में लिखा है, ‘बांग्लादेश में इस्कॉन के प्रमुख नेता चिन्मय कृष्ण दास को ढाका पुलिस द्वारा बंदी बनाए जाने का चिंताजनक समाचार हमें मिला है । इस्कॉन पर आतंकवाद से संबंध होने का आरोप लगाना अनुचित और निंदनीय है ।’ इस्कॉन ने भारत सरकार से विनती की है कि वह इस संबंध में तुरंत कदम उठाए और बांग्लादेश सरकार से बात करे । हम शांतिपूर्ण मार्ग से भक्ति का कार्य कर रहे हैं । बांग्लादेश सरकार शीघ्र-से-शीघ्र चिन्मय कृष्ण दास को मुक्त करे । भक्त की सुरक्षा के लिए हम भगवान श्रीकृष्ण से प्रार्थना करते हैं ।
We have come across disturbing reports that Sri Chinmoy Krishna Das, one of the prominent leaders of ISKCON Bangladesh, has been detained by the Dhaka police.
It is outrageous to make baseless allegations that ISKCON has anything to do with terrorism anywhere in the world.…
— Iskcon,Inc. (@IskconInc) November 25, 2024
हिन्दू आंदोलन जारी रखें ! – चिन्मय प्रभु
पुलिस द्वारा न्यायालय ले जाते समय मार्ग में चिन्मय प्रभु ने प्रसार माध्यमों से कहा, ‘बांग्लादेश के हिन्दुओं से मैं अपील करता हूं कि वे योजनानुसार आंदोलन जारी रखें ।’
#Update#Bangladesh
Sri Chinmay Krishna Das Prabhu has been sent to jail custody for 10 days.Bail rejected. #FreeChinmoyKrishnaDas pic.twitter.com/si8xloQ0Tu
— Hindu Voice (@HinduVoice_in) November 26, 2024
संपादकीय भूमिका‘एक है तो सेफ है’ का आवाहन भारत में हिन्दुओं से किया जा रहा है। अब यह आवाहन केवल भारत के हिन्दुओं तक सीमित नहीं रहना चाहिए, बल्कि वैश्विक स्तर पर, विशेष रूप से इस्लामी देशों में रहने वाले हिंदुओं के लिए भी किया जाना चाहिए। हिंदुओं को एकजुट करने के लिए भारत सरकार को नेतृत्व करते हुए उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए युद्धस्तर पर कठोर कदम उठाने चाहिए। |