अल्पसंख्यकों को परेशान करनेवाले किसी को भी नहीं छोडेंगे !- बांग्लादेश की अंतरिम सरकार
दोषियों पर केवल कार्यवाही करने से नहीं चलेगा, तो पीडित हिन्दुओं को हानि भरपाई भी देना आवश्यक है !
दोषियों पर केवल कार्यवाही करने से नहीं चलेगा, तो पीडित हिन्दुओं को हानि भरपाई भी देना आवश्यक है !
मुसलमानों के लिए भारत का अर्थ है ‘हिन्दू’ ! इसलिए, यह बांग्लादेश के अल्पसंख्यक हिन्दुओं के लिए खुली धमकी ही है !
बांग्ला देश में लौटने पर क्या शेख हसीना सुरक्षित रह पाएगी ? क्या इसकी निश्चिती अंतरिम सरकार दे पाएगी ? और क्या उस पर विश्वास करना संभव होगा ?
यदि भारतीय सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने बांग्लादेशी लोगों को मार डाला होता तो क्या भारत में ५ करोड मुस्लिम बांग्लादेशी घुसपैठिये होते ? यदि ऐसे भारत-द्वेषियों से भरी कोई पार्टी बांग्लादेश में सत्ता में आती है, तो यह भारत के लिए कितना बडा सिरदर्द होगा, यह ऐसे बयानों से देखा जा सकता है !
१९ जुलाई के दिन ढाका के मोहम्मदपुर भाग में पुलिस ने आरक्षण के विरोध में आंदोलन करनेवालों पर गोलियां चलाई थीं , जिसमें किराना दुकान का मालिक अबू सईद मारा गया था ।
बांग्लादेश के नए गृह सलाहकार सखावत हुसैन ने हिन्दू समुदाय की पर्याप्त सुरक्षा नहीं करने के लिए क्षमा मांगी है। उन्होंने कहा कि हिन्दू अल्पसंख्यकों की रक्षा करना मुस्लिम बहुसंख्यकों का कर्तव्य है ।
बांग्लादेश के ५२ जिलों में हिन्दूओं पर अब तक २०६ आक्रमण!
शेख हसीना के निकट के लाेगों ने एक अंग्रेजी दैनिक को भेजे संदेश में यह आरोप लगाया है। बांग्लादेश से सेंट मार्टिन टापू लेकर वहां नौतल तथा सेनातल खडा करने की अमेरिका की योजना थी।
यहां के सर्वोच्च न्यायालय के बाहर आंदोलनकारियों ने विरोध प्रदर्शन कर देश के मुख्य न्यायाधीश को भी त्यागपत्र देने के लिए बाध्य किया है । ‘आपने त्यागपत्र नहीं दिया, तो आपके घर पर आक्रमण किया जाएगा’, यह धमकी उन्हें दी गई ।
बांग्लादेश नैशनल पार्टी के (बी.एन.पी. के) वरिष्ठ नेता मुशर्रफ हुसेन ने वक्तव्य करते हुए कहा, ‘यदि तुम मुझे अच्छे नहीं लगते तथा दूसरा कोई व्यक्ति तुम्हारी सहायता कर रहा हो, तो मुझे सहजरूप से वह व्यक्ति भी अच्छा नहीं लगेगा ।