मैं यदि तालिबानियों से मारा भी गया, तो भी चलेगा, परंतु ईश्वर को नहीं छोडूंगा ! – हिन्दू पुजारी का निर्धार

इससे हिन्दू पुजारी का उच्च कोटि का धर्माभिमान ध्यान में आता है ! ‘धर्माे रक्षति रक्षितः ।’, यह ईश्वर का वचन है । इसपर अटल श्रद्धा रखनेवाला व्यक्ति ही इस प्रकार की कृति कर सकता है !

‘गजवा-ए-हिन्द’ की दिशा में मार्गक्रमण?

अफगानिस्तान में हो रही गतिविधियां ‘गजवा-ए-हिन्द’ की संभावना की ओर संकेत कर रही हैं । यदि ऐसा नहीं होने देना है, तो भारत के हिन्दुओं को संगठित होकर हिन्दू राष्ट्र की स्थापना करना अपरिहार्य है, यह ध्यान में रखें !

अमेरिकी सेना की अफगानिस्तान से वापसी और भारत की सुरक्षा !

अमेरिका की अफगानिस्तान से वापसी के उपरांत पाकिस्तान द्वारा भारत में आतंकवाद को पुनर्जीवित करने की संभावना होने से भारत की समस्याओं में वृद्धि होना

हम सांस्कृतिक, आर्थिक और व्यापारिक स्तरों पर भारत के साथ काम करने के लिए उत्सुक ! – तालिबान

भारत आतंकवादियों से कोई भी संबंध नहीं रखता, ऐसा भारत द्वारा तालिबान को कडे़ शब्दोें में बताना चाहिए !

(कहते हैं) ‘तालिबान को मान्यता न देने पर ९/११ जैसा आक्रमण हो सकता है !’

तालिबान को मान्यता देने पर अथवा ना देने पर आतंकवादी आक्रमण ही होने वाले हैं, यह संपूर्ण विश्व को ज्ञात होने से तालिबान को संपूर्ण नष्ट करना ही इस पर  एक मात्र उपाय है और इसे करना चाहिए !

‘तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान’ को हमारी बात सुननी चाहिए ! – तालिबान की चेतावनी

तालिबान द्वारा इस प्रकार की चेतावनी देने का यही अर्थ है, कि तालिबान पाकिस्तान की सहायता कर रहा है एवं ‘तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान’ ने पाकिस्तान के विरुद्ध कुछ भी कृत्य नहीं करना चाहिए !

भारत को रोकने के लिए पाकिस्तान ने तालिबान को जन्म दिया ! – पूर्व अफगान मंत्री का दावा

यह पुन: स्पष्ट करता है, कि कैसे पाकिस्तान भारत में आतंकवादी गतिविधियों को करवाने के प्रयत्न करता रहा है ! क्या भारत में होने वाली आतंकी गतिविधियों को रोकने के लिए, भारत शीघ्रातिशीघ्र पाकिस्तान को समाप्त करेगा ?

स्वास्थ्य मंत्रालय की महिला कर्मचारी काम पर लौटें ! – तालिबान की अपील

ध्यान दें, कि देश में शरीयत लागू करने वाले तालिबान को अब महिलाओं की आवश्यकता है, क्योंकि, स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है !

आतंकवादियों को ढूंढ कर मार डालो ! – अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन का सैनिकों को आदेश 

२६ अगस्त को काबुल के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के बाहर इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों द्वारा किए गए दो बम विस्फोटों में १०० से अधिक लोग मारे गए हैं ।

अफगानिस्तान के शरणार्थी, उइगर मुसलमान भय की छाया में !

चीनी दबाव के कारण तालिबानी आतंकवादी उइगर मुसलमानों को चीन की हिरासत में देने की संभावना !