(कहते हैं) ‘तालिबान के नेतृत्व में अफगानी लोगों को अमेरिका से स्वतंत्रता चाहिए थी ! – समाजवादी पार्टी के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क

बर्क जैसे लोगों को ‘स्वतंत्र’ हुए अफगानिस्तान में किसी ने भेजने की मांग की, तो आश्चर्य नहीं लगना चाहिए !

(कहते हैं) ‘तालिबान को अफगानिस्तान को आतंकवादियों का आश्रय स्थान नहीं बनाना चाहिए !’ – तालिबान ने मित्रता के संबंध स्थापित करने वाले चीन की निरर्थक चेतावनी 

चीन ने सुरक्षा परिषद के उप स्थायी प्रतिनिधि गेंग शुआंग ने यह चेतावनी दी है ।

अफगानिस्तान में अधुरी परियोजनाओं को पूरा करने की तालिबान का भारत को मुफ्त का परामर्श !

तालिबान के प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने एक पाकिस्तानी समाचारवाहिनी से बात करते हुए कहा है कि भारत अफगानिस्तान में उसके द्वारा चलाई जा रही विकास की परियोजनाएं जो अधुरी हैं, उन्हें पूरा करे ।

(कहते हैं) ‘तालिबान ने हमें शांति और सुरक्षा का भरोसा दिया है !’ – सिख समुदाय

तालिबान के लिए सिख यह ‘काफिर’ हैं । इस कारण उनके आश्वासन पर विश्वास करना आत्मघाती होगा !