Sanatan Sanstha : सनातन संस्था की रजत जयंती के अवसर पर पुणे में भव्य ‘सनातन गौरव शोभायात्रा’!

  • ९ हजार धर्मप्रेमी तथा हिन्दू बने अद्वितीय क्षणों के साक्षी !

  • भगवा झंडे, ताल-मृदंग लेकर वारकरी, रणरागिणियों का आत्मरक्षा प्रदर्शन, पारंपरिक वेशभूषा, नौवारी साड़ी पहने सौभाग्यवती थीं शोभायात्रा का आकर्षण !

  • सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजी तथा छत्रपति शिवाजी महाराज की पालकी !

  • सनातन हिन्दू धर्म के उद्घोष से हिल उठी पुण्यनगरी!

धर्मध्वज पूजन करते हुए बाएंसे श्रीमंत दगडूशेठ हलवाई गणपती ट्रस्ट के श्री. सुनील रासने और पुणे के श्रीमती लक्ष्मीबाई दगडूशेठ हलवाई दत्त मंदिर के विश्वस्त श्री. राजेंद्र बलकवडे

पुणे, २१ अप्रैल (समाचार) – सनातन धर्म के प्रचार-प्रसार के लिए समर्पित सनातन संस्था की स्थापना को २५ वर्ष हो गए हैं । उसी उपलक्ष्य में सनातन संस्था की रजत जयंती मनाई जा रही है । इसके एक भाग के रूप में, रविवार, २१ अप्रैल को छत्रपति शिवाजी महाराज तथा बाजीराव पेशवा की गतिविधियों से पावन हुई तथा सांस्कृतिक राजधानी पुणे में ‘सनातन गौरव शोभायात्रा’ का आयोजन किया गया । इस अत्यंत दिव्य, चैतन्यमयी तथा भावमयी शोभायात्रा के ९ हजार लोग साक्षी बने। भिकारदास मारुति मंदिर (महाराणा प्रताप उद्यान से) से लेकर श्रीमती विमलबाई गरवारे प्रशाला, डेक्कन मार्ग तक हुई शोभायात्रा में भाग लेने वाले सभी लोगों ने चैतन्य अनुभव किया । इस शोभायात्रा के माध्यम से अध्यात्म तथा साधना के विषय में जनजागृति की गई । इस शोभायात्रा में सनातन संस्था के सद्गुरु स्वाति खाडये, पू. (श्रीमती ) मनीषा पाठक, पू. गजानन बलवंत साठे, पू. (श्रीमती) संगीता पाटिल की वंदनीय उपस्थिति थी । शोभायात्रा में विभिन्न संप्रदाय, हिन्दुत्ववादी संगठनों के पदाधिकारी, कार्यकर्ता, सनातन संस्था के शुभचिंतक, जिज्ञासु तथा साधक उपस्थित हुए ।

सनातन गौरव शोभायात्रा  के यहा निकाली सुंदर रंगोली
सनातन गौरव शोभायात्रा के प्रारंभ मे बाएंसे श्री. चेतन राजहंस, स्वातंत्र्यवीर सावरकर विचार मंच के महामंत्री श्री. विद्याधर नारगोलकर, महाराष्ट्र गोसेवा अध्यक्ष श्री. शेखर मुंदडा, श्री संप्रदाय की महिला अध्यक्ष श्रीमती सुरेखा गायकवाड, श्री. गायकवाड, श्री. सुनील घनवट, श्रीमंत दगडूशेठ हलवाई गणपती ट्रस्ट के  उपाध्यक्ष श्री. सुनील रासने, श्रीमंत लक्ष्मीबाई दगडूशेठ हलवाई दत्त मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री. राजेंद्र बलकवडे, पतित पावन संघटना पुणे के  अध्यक्ष श्री. स्वप्नील नाईक और  ग्राहक पेठ के कार्यकारी संचालक श्री. सुर्यकांत पाठक आदी मान्यवर

हिन्दुओं को संगठित होकर सनातन धर्म का निर्मूलन करने की बात करनेवालों को उत्तर देने की आवश्यकता है ! – चेतन राजहंस, राष्ट्रीय प्रवक्ता, सनातन संस्था

इस विषय पर बोलते हुए सनातन संस्था के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री. चेतन राजहंस ने कहा, सनातन संस्था पिछले २५ वर्षों से निस्वार्थ भाव से सनातन हिन्दू धर्म की सेवा कर रही है । सनातन संस्था ने सनातन धर्म के सामने आने वाली चुनौतियों के विरूद्ध खड़े रहना, सनातन धर्म के विरुद्ध आरोपों का खंडन करना, हिन्दुओं को धर्म की शिक्षा देकर धर्म का अभ्यास करने के लिए प्रोत्साहित करना, सभी को एक साथ लाकर धार्मिक एकता तथा धर्म की रक्षा के लिए लगातार कार्य किया है । आज कोई भी उठकर सनातन धर्म की तुलना डेंगू-मलेरिया से करके सनातन धर्म को मिटाने की बात करता है । हिन्दुओं को संगठित होकर इसका उत्तर देने की आवश्यकता है ।’ इसके लिए सनातन संस्था की रजत जयंती के अवसर पर हजारों हिन्दुओं ने एकजुट होकर ‘सनातन गौरव शोभायात्रा’ निकाली ।

सनातन गौरव शोभायात्रा मार्गस्थ होते हुए

उपस्थित संगठन, संस्था तथा संप्रदाय

चिंतामणि प्रसादिक शोभायात्रा, तुकाराम महाराज पालकी महोत्सव, श्री शिवप्रतिष्ठान हिन्दुस्थान पुरंदर मंडल, बोपगांव में श्री क्षेत्र कनीफनाथ गढ़ मंदिर, जेजुरी कडेपठार में खंडोबा मंदिर, नवलेवाडी में प्रसादिक भजन मंडली, संतश्रेष्ठ सोपानदेव मंदिर भजन मंडली, मौली वारकरी शैक्षणिक संस्थान, अंबोडी गांव, दिवे की विट्ठल मंदिर भजन मंडली, सोमेश्वर कारखाना कॉलोनी मिहला मंडल, राऊतवाड़ी गांव की सावतमाली भजन मंडली

मस्तक पर कलश लिए शोभायात्रा मे सहभागी सौभाग्यवती महिलाए

क्षणचित्र

१.  राष्ट्रपुरुष, क्रांतिकारियों तथा संतों के भेष में बाल साधकों की टोलियां सभी का ध्यान आकर्षित कर रही थीं ।

२.  सभी ने पारंपरिक पोशाक पहनकर शोभायात्रा में सहभाग लिया । इससे चारों ओर मंगल तथा उत्सव का वातावरण निर्माण हुआ ।

३. अत्यंत विशिष्ट फलकों ने समाजा के अनेक लोगों का ध्यान आकर्षित किया ।

शोभायात्रा में भोर, शिरवाल, अलंडेवाडी, अलंडे, गोकवाड़ी, नसरापुर, सासवड, हिवरे, नीरा, मुरुम, वाघलवाड़ी, दिवे, सोरतापवाड़ी, पवार वाडी, नवेलवाडी, दौंड तालुका के परगांव सालू मालू, केडगांव, शिरूर तालुका के कोकडेवाड़ी, वडगांव मावल तालुका के तालेगांव दाभाड़े, उर्से, आढे, पिंपल खुटे, मोई, देहु, जुन्नार, मंचर, राजगुरुनगर, पुणे, पिंपरी-चिंचवड़, साथ ही हडपसर शहर से बड़ी संख्या में धर्मप्रेमी तथा हिन्दू उपस्थित थे ।

धर्मप्रेमियों तथा साधकों ने हाथों में पकडे थे विशेषतापूर्ण फलक

१.  २५ वर्षों में समाज को १२७ संत देनेवाली सनातन संस्था !

२.  सनातन की सफलता की कुंजी: देवताओं की कृपा, संतों का आशीर्वाद, हिन्दुत्वनिष्ठों का समर्थन !

३. सनातन संस्था ने बताया ’गुरुकृपायोग’ अर्थात कर्मयोग, ज्ञानयोग तथा भक्तियोग का अपूर्व संगम है !

४. हिन्दू धर्म के श्रद्धास्थानों की वैचारिक सुरक्षा करनेवाली सनातन संस्था !

उपस्थित गणमान्य व्यक्ति: भोर तालुका के शिंदे गांव के ‘माऊली विद्यार्थी सेवा ट्रस्ट शिंदे द्वारा संचालित गुरुकुलधाम के ह.भ.प. उमेश महाराज शिंदे

शोभायात्रा में सहभागी पालकियां 

शोभायात्रा में सहभागी देवताओंकी पालकियां और भाविकजन

इस शोभायात्रा में मोई गांव से विट्ठल-रुक्मिणी की मूर्ति वाली पालकी,श्री भवानीमाता पालकी, वाघलवाड़ी से खंडोबा-म्हालसा पालकी, संत सोपान देव की पालकी, छत्रपति शिवाजी महाराज की पालकी, साथ ही सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजी की पालकी का समावेश था । इसके साथ ही विशेष चित्ररथों ने भी लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया ।

सनातन गौरव शोभायात्रा के मार्गपर हुआ भगवा वातावरण

जगह-जगह शोभायात्रा का स्वागत, धर्मध्वज की पूजा एवं पुष्पवर्षा !

१२ से अधिक स्थानों पर धर्मप्रेमियों, गणमान्य व्यक्तियों एवं समाज के गणमान्य व्यक्तियों द्वारा शोभायात्रा का स्वागत एवं पूजन किया गया । शोभायात्रा के रास्ते में कई स्थानों पर धर्मप्रेमियों ने पुष्प वर्षा की ।


शंखनाद कर भावपूर्ण वातावरण में धर्मध्वज की पूजा तथा शोभायात्रा का आरंभ !

प्रारंभ में पुणे के श्रीमती लक्ष्मीबाई दगडूशेठ हलवाई दत्त मंदिर के ट्रस्टी श्री. राजेंद्र बालकवड़े तथा श्रीमंत दगडूशेठ गणपति ट्रस्ट के उपाध्यक्ष श्री. सुनील रासने के हाथों से धर्मध्वज पूजा की गई । महाराष्ट्र गोसेवा आयोग के अध्यक्ष श्री. शेखर मुंदडा ने श्रीफल चढाया । सौभाग्यवतियों ने देवताओं की पालकी का औक्षण किया । श्री. विजय चौधरी द्वारा शंखनाद करने के उपरांत शोभायात्रा आरंभ हुई । इसके उपरांत संत, सद्गुरु, साधक, धर्मप्रेमी, विविध संप्रदाय, हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों की उपस्थिति में अत्यंत भावपूर्ण वातावरण में तथा जयघोष के साथ शोभायात्रा आरंभ हुई ।


७० से अधिक विशेष पथक शोभायात्रा में सहभागी

राष्ट्रपुरुष, क्रांतिकारियों के भेष में बाल साधकों का पथक
गरबा पथक
सनातन प्रभात पथक

चिंतामणी प्रासादिक वारकरी दिंडी पथक, ‘सनातन प्रभात’ पथक, केडगाव का स्वातंत्र्यवीर सावरकर युवा मंच पथक; आळंदेवाडी, भोर येथील कलश पथक; राजगुरुनगर का टाळ पथक; येरवडा के बजरंग दल का पथक; अंबोडी वारकरी शिक्षा पथक; इस्कॉन का पथक ऐसे ७० से अधिक विशेष पथक शोभायात्रा में सहभागी हुए ।