रूस द्वारा युक्रेन के रेलस्थानक पर आक्रमण !

युक्रेन के राष्ट्रपति व्लोदिमिर जेलेंस्की के कार्यालय ने एक विज्ञप्ति प्रकाशित कर, युद्ध के अभी तक जारी रहने की जानकारी दी है ।

युक्रेन के खरसॉन शहर पर रशिया का नियंत्रण !

रशिया की सेना ने आक्रमण के बाद दक्षिण युक्रेन के खरसॉन शहर पर नियंत्रण कर लिया है; लेकिन स्थानीय अधिकारियों की ओर से इस विषय में अधिकृत जानकारी नहीं दी गई है ।

पुतिन का परिवार सायबेरिया की छावनी में छिपा !

रशिया के ‘मॉस्को स्टेट इन्स्टिट्यूट ऑफ इंटरनेशनल रिलेशन’ के प्राध्यापक वालेरी सोलोवी के दावे के अनुसार रशिया के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने उनके परिवार को सायबेरिया के अल्ताई पर्वतों में बनी छावनी में छिपाया है

तीसरा विश्वयुद्ध हुआ, तो परमाणु बम का उपयोग किया जाएगा ! – रूस

अभी तक कई संत और भविष्यद्रष्टा तीसरे विश्वयुद्ध के संदर्भ में बता चुके हैं । अतः ऐसे विनाशकारी विश्वयुद्ध से बचने के लिए साधना करना ही आवश्यक है, इसे जान लें !

चीन ने रशिया का गेंहू आयात करने पर लगाया प्रतिबंध हटाया !

युक्रेन पर आक्रमण करने से एक ओर अमेरिका, ब्रिटेन, साथ ही युरोपीय देशों की ओर से रशिया पर प्रतिबंध लगाने की बात के चलते समय चीन ने रशिया का गेंहू आयात करने पर लगाया प्रतिबंध हटाया है ।

चर्चा से प्रश्न हल करने को प्रधानता दें ! – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

रशिया ने युक्रेन के विरुद्ध शुरू किए युद्ध की पृष्ठभूमि पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने २४ फरवरी की देर रात रशिया के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन को दूरभाष कर उनसे विस्तार से चर्चा की ।

रूस की सेना यूक्रेन की राजधानी कीव से केवल १० किमी की दूरी पर !

यदि यूक्रेन हथियार डालता है, तो चर्चा के लिए तैयार ! – रूस

रूस में, एक ही दिन में ३५ हजार ६६० लोग कोरोना से बाधित !

रूस के ८५ प्रांतों में, एक ही दिन में कुल ३५ हजार ६६० नये कोरोनो बाधित रोगियों का निदान किया गया है, ऐसा रूसी प्रशासन ने सूचित किया है । रूस का रोगी वृद्धि दर ०.४३ प्रतिशत है ।

अफगानिस्तान मसले पर अमेरिका, रशिया और भारत के बीच भारत में चर्चा

२४ अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रशिया के राष्ट्रपति ब्लादिमिर पुतीन के बीच दूरभाष पर चर्चा हुई थी । इसके आगे की चर्चा के लिए पत्रुशेव का भारत दौरा है, ऐसा रशिया के विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने बताया है ।

अफगानिस्तान से काश्मीर में आतंकवाद फैलने का खतरा ! – भारत में रशिया के राजदूत

ऐसा डर लगता है, तो रशिया तालिबान का खुले तौर पर विरोध क्यों नही करता ?